देश की राजधानी दिल्ली बुधवार शाम को भयंकर जाम में फंस गई. सड़कों पर लगे भीषण जाम की वजह थी रविदास मंदिर तोड़े जाने से नाराज प्रदर्शनकारी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद में स्थित रविदास मंदिर को तोड़ दिया गया था, जिससे गुस्साए दलित समाज के लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. मंदिर तोड़ने के बाद विरोध प्रदर्शन की वजह से ही दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भयानक जाम लग गया. शाम को जैसे-जैसे अंधेरा बढ़ता गया, दिल्ली के सड़कों पर गाड़ियां इकट्ठी होती चली गईं. देखते ही देखते दिल्ली में ट्रैफिक के हालात बेकाबू होते चले गए क्योंकि सड़कों पर गाड़ियां रेंगना तो छोड़िए, उन्हें खड़े होने की जगह नहीं मिल रही थी.
It takes lot of time, hardwork to buy a vehicle or a property and people like these don't think before damaging them. If you want to damage or show anger, please show over your vehicle or property or over yourself don't damage someone else property.#ravidasmandir #RavidasTemple pic.twitter.com/Tl8LHQSeUt
— Hemant Singh Rauthan (@HRauthan) August 22, 2019
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विरोध प्रदर्शन के नाम पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर की तोड़फोड़ और मारपीट
विरोध प्रदर्शन से दक्षिणी दिल्ली के हालात सबसे ज्यादा खराब थे. यहां प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप धारण कर लिया और सड़कों पर जमकर बवाल मचाया. हिंसक प्रदर्शनकारियों ने सड़कों से गुजर रही गाड़ियों में जमकर तोड़-फोड़ की. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने आम लोगों के साथ मारपीट भी की. खबरें ऐसी भी आईं कि उन्होंने छोटे-मोटे दुकानदारों को भी नहीं बख्शा और उन्हें भी जमकर पीटा. लिहाजा दिल्ली का ओखला, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगमविहार और आस-पास के इलाकों में पुलिस ने लोगों को हिंसाग्रस्त रास्तों से जाने से रोक दिया था. जिसकी वजह से दिल्ली के ये इलाके महाजाम का शिकार हो गए.
the media will not show you this #ravidasmandir pic.twitter.com/lNaElBMZnn
— Kashyap 🇮🇳 (@kashy7enator) August 21, 2019
क्या है मामला
तुगलकाबाद इलाके में स्थित रविदास मंदिर को लेकर डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) का केस चल रहा था. मामला सुप्रीम कोर्ट में था और रविदास मंदिर बनाम डीडीए की इस जंग में डीडीए को जीत हासिल हुई थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने डीडीए को इस मंदिर को ध्वस्त करने के आदेश दिए गए थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद डीडीए ने बीते 10 अगस्त को मंदिर को तोड़ दिया था. मंदिर के तोड़ने के बाद दलित समाज के लोग काफी नाराज थे.
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भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण गिरफ्तार
मंदिर तोड़ने से नाराज दलित समाज के लोगों ने रामलीला मैदान में विशाल प्रदर्शन किया जिसके बाद हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी तुगलकाबाद पहुंचे. तुगलकाबाद पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने वहां उत्पात मचाना शुरू कर दिया. सैकड़ों की संख्या में पत्थरबाजी कर रहे लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और कई राउंड फायरिंग भी की. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद इलाके में जबरदस्त हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. बुधवार रात हुई हिंसा के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण समेत अब तक 91 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.