कोरोना की दूसरी लहर का कहर झेलने के बाद वैश्विक महामारी को धीरे धीरे मात देने की तरफ बढ़ रही दिल्ली में अब डेंगू का कहर तेजी से बढ़ रहा है. अब देश की राजधानी में डेंगू से एक की मौत से हड़कंप मच गया है. दिल्ली में डेंगू से पहली मौत रिकॉर्ड होने के बाद दहशत बढ़ गई है. खतरा इसलिए भी बड़ा है क्योंकि अक्टूबर महीने में इसमें बड़ी तेजी देखी गई है. 2021 में अब तक डेंगू के 723 मामले सामने आए हैं. जिनमें से करीब 382 मरीज सिर्फ अक्टूबर महीने में मिले हैं. सरकार की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. जानकारों के मुताबिक डेंगू के लिहाज से अक्टूबर का महीना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है, जिससे सरकार के माथे पर बल पड़ गए हैं.
वहीं इस साल सितंबर महीने में डेंगू के कुल 217 केस सामने आए जो पिछले तीन सालों में सितंबर महीने के आंकड़ों से ज्यादा हैं. मादा एडीज मच्छरों के काटने से होने वाली इस बीमारी पर जारी एक रिपोर्ट में ये बताया गया कि इस साल अब तक डेंग के 723 मामले सामने आए हैं. जो कि 2018 के बाद इस महीने के दौरान सबसे ज्यादा हैं. इससे पहले राजधानी में 2016 में 4431, 2017 में 4726, 2018 में 2798, 2019 में 2036 और 2020 में 1070 डेंगू के मामले सामने आए थे. 2020 में एक शख्स की डेंगू से मौत भी हुई थी. अब एक बार फिर डेंगू के आंकड़े में उछाल से खतरे की घंटी बजी है. तो एक मरीज की मौत खतरे का सिग्नल दे रहा है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ठंड के साथ बुखार आना, सिर दर्द, कमर दर्द, आंखों में दर्द, भूख न लगना और कमजोरी डेंगू के शुरुआती लक्षण हैं. बाद में पैरों और जोड़ों में दर्द के बाद शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है. आंखे लाल जाती हैं. लगातार उल्टिंया बेचैनी और कमजोरी को बढ़ाती है. जबकि प्लेटलेट्स भी तेजी से गिरते हैं.
डॉक्टर्स के मुताबिक बुखार होने पर उसे नजरअंदाज न करें,फौरन उसकी जांच कराएं. ये डेंगू हो सकता है. टेस्ट में डेंगू होने की पुष्टि होने पर उसका इलाज कराएं. समय पर इलाज और बचाव बीमारी के खतरे को कम करता है. इसके अलावा मच्छरो से बचने के लिए मच्छरदानी में ही सोएं. पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें. घर में और आसपास कूलर और बर्तन में पानी जमा न होने दें. आप थोड़ी सी सावधानी बरतकर खुद को और अपने परिवार को डेंगू की चपेट में आने से बचा सकते हैं. दिल्ली में डेंगू ही नहीं मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा भी मंडरा रहा है. अब तक यहां मलेरिया के 29 और चिकनगुनिया के 13 केस रिकॉर्ड किए गए हैं.
Source : Subodh Kant Singh