दिल्ली के लोगों को अब पुलिस, फायर सर्विस, एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग-अलग फोन नंबर नहीं मिलाने पड़ेंगे. अब केवल एक नंबर 112 पर कॉल करके लोग इन तीनों में से किसी भी आपातकालीन सर्विस ले सकते हैं. साथ ही स्ट्रीट क्राइम को रोकने के लिए 15 प्रखर वैन भी लॉन्च की गईं. पिछले कई दिनों से इसका ट्रायल चल रहा था. नए सिस्टम को ऑपरेट करने के लिए दिल्ली पुलिस ने शालीमार बाग में एक नया इंटिग्रेटेड ऑपरेशन एंड कम्युनिकेशन सेंटर भी बनाया है, जिसका केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने उद्घाटन किया है.
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा, हमने दिल्ली के सभी आपातकालीन और हेल्पलाइन नंबरों को एक कर दिया है. अब दिल्ली के लोगों को किसी भी इमरजेंसी के लिए एक ही नंबर-112 पर कॉल करनी पड़ेगी. यह व्यवस्था जल्द ही पूरे देश में लागू की जाएगी. बता दें कि उन्होंने बुधवार को दिल्ली में नए इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपॉर्ट सिस्टम 112 को औपचारिक रूप से लॉन्च किया था.
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि आपातकालीन सेवाओं के लिए सिंगल नंबर 112 के लॉन्च होने के बाद दिल्ली पुलिस और दूसरी एजेंसियों के रिस्पॉन्स टाइम में काफी कमी आएगी और सेवाओं में बेहद सुधार आएगा. नया सिस्टम डिस्ट्रेस कॉल को एक मोबाइल ऐप के जरिए पुलिस कंट्रोल रूम के साथ-साथ घटनास्थल के आसपास मौजूद ऐसे 5 दूसरे लोगों को भी पास करेगा, जो जरूरतमंद शख्स की मदद करने के लिए तैयार होंगे. इससे पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही पीड़ित को मदद मिल सकेगी.
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लोग 112 नंबर पर डायल करने के अलावा मोबाइल ऐप के जरिए भी आपदा में फंसे होने का संदेश पुलिस तक पहुंचा सकेंगे. अगर कोई व्यक्ति अपने मोबाइल का पावर बटन लगातार तीन बार जल्दी-जल्दी दबाएगा, तो उसके पैनिक में होने की कॉल अपने आप एक्टिव हो जाएगी और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेंटर को सूचना मिल जाएगी. इस कॉल को तुरंत पुलिस के अलावा मुसीबत में फंसे व्यक्ति के आस-पास मौजूद 5 लोगों को पास कर दिया जाएगा. लोग मोबाइल के अलावा सोशल मीडिया, ई-मेल और एसएमएस के जरिए भी डिस्ट्रेस कॉल कर सकेंगे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो