रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने AIIMS की जनरल बॉडी मीटिंग रविवार को बुलाई. एग्जीक्यूटिव कमेटी ने रेजिडेंट डॉक्टर्स द्वारा तुरंत हड़ताल वापस लेने और सभी सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया. AIIMS इस स्ट्राइक पीरियड (1 से 3 अगस्त ) को DUTY के रूप में माना जाएगा. डॉक्टर नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने राष्ट्रीय मेडिकल आयोग (NMC) बिल, 2019 के विरोध में हड़ताल कर रहे थे. NMC बिल के विरोध में डॉक्टर ने देशव्यापी हड़ताल कर रहे थे. देशभर में डॉक्टर्स कई मौकों पर हड़ताल पर जा चुके हैं जिससे आम लोगों को काफी मुश्किलें हुई थीं.
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National Medical Commission Bill 2019 (NMC) के कानून बनने से प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की मनचाही फीस वसूलने पर रोक लग जाएगी. दरअसल कई प्राइवेट मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जो मैनेजमेंट कोटे की सीटों को एक-एक करोड़ रुपये में अयोग्य छात्रों को बेच देते थे. ये कॉलेज साढ़े चार वर्षीय एमबीबीएस के लिए हर साल करीब 15 से 25 लाख रुपये तक सालाना की फीस वसूलते हैं. लेकिन बिल के पास होने के बाद कॉलेजों की इस मनमानी पर काफी हद तक रोक लग जाएगी.
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वहीं डॉक्टरों के हड़ताल पर रहने से मरीजों का खासे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों के मौत के मामले भी सामने आने लगे हैं. शनिवार शाम तक पंजाब के चंडीगढ़ में स्थित PGI आईसीयू अस्पताल में एक-दो नहीं बल्कि 34 लोगों के मौत के मामले सामने आए हैं. जानाकरी के मुताबिक इसमें से 5 एक्सीडेंटल और 29 बीमारियों से ग्रस्त मरीज थे. खबरों की मानें तो इस अस्पताल में औसतन मौतों का आंकड़ा 10 से 12 रहता है लेकिन शनिवार को यहां 34 लोगों की मौत हो गई. कारण रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को बताया जा रहा है. दरअसल PGI के ट्रॉमा, इमरजेंसी जैसी यूनिट में मरीजों की देखरेख सीनियर रेजीडेंट के डॉक्टर ही करते हैं लेकिन हड़ताल की वजह से इन मरीजों की देखरेख नहीं हो पाई जिसकी वजह से मौतों का आंकड़ा एक दम बढ़ गया.
HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों का हड़ताल खत्म
- काम-काज पर लौटे चिकित्सक
- नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ प्रदर्शन