उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके से एक अंतर-राज्यीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट के एक सदस्य ने कार से भागने की कोशिश की, जिसको पकड़ने की कोशिश में एक पुलिस कांस्टेबल घायल हो गया. हालांकि आरोपी पकड़ा गया. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने कार को उल्टा चलाया और कार के पिछे खड़े कांस्टेबल हरिंदर को कुछ मीटर तक घसीटा गया, और कार जब घर की दीवार से टकराई तो उन्हें चोट आई है. पुलिस ने कहा कि उन्होंने 57.7 किलोग्राम भांग और नशीली दवाओं की तस्करी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली होंडा सिविक कार भी बरामद की है.
आरोपी की पहचान दिल्ली के दयालपुर इलाके के रहने वाले 22 वर्षीय अंकुर के रूप में हुई है. पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर दिल्ली) संजय कुमार सेन ने कहा- 25 अक्टूबर को जब करावल नगर में आलोक पुंज स्कूल के पास पुलिस टीम गश्त कर रही थी, तो उन्होंने एक नाले के किनारे खड़ी एक कार को देखा. ड्राइवर सीट पर एक व्यक्ति बैठा था. जब पुलिस टीम उसके पास पहुंची, तो वह आदमी घबरा गया और तुरंत कार स्टार्ट कर दी और खतरनाक तरीके से रिवर्स गियर में भागने की कोशिश की. खुद को बचाने के लिए, कार के पीछे खड़े कॉन्स्टेबल हरिंदर ने पीछे के बोनट को पकड़ लिया.
डीसीपी ने कहा, कुछ दूरी तय करने के बाद चालक ने एक घर की दीवार में कार को टक्कर मार दी, जिससे कांस्टेबल हरिंदर घायल हो गए. किसी तरह पुलिस कर्मियों ने कार चालक को पकड़ लिया. पुलिस ने कार से भूरे रंग के टेप से लिपटे 11 संदिग्ध पैकेट भी बरामद किए. एनडीपीएस अधिनियम के दिशानिर्देशों के बाद, पैकेटों की जांच की गई. जांच करने पर उनके पास से 57.7 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया.
अधिकारी ने कहा, पूछताछ करने पर अंकुर ने अपना अपराध कबूल कर लिया और खुलासा किया कि वह रोहित के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति के लिए ड्राइवर का काम करता है, जिससे उसकी मुलाकात अपने एक दोस्त पंकज के जरिए हुई थी.
डीसीपी ने कहा, रोहित ने उसे ड्रग की खेप को अंतर-राज्यीय परिवहन के एवज में 20,000 रुपये प्रति ट्रिप का लालच दिया, उन्होंने कहा कि रोहित और पंकज को पकड़ने के लिए तलाशी शुरू की गई है.
Source : IANS