देश में भले ही कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हों, लेकिन राजधानी दिल्ली के हालात काफी खराब हो गए है. दिल्ली में कोरोना ने अब खतरनाक रूप ले लिया है और मौत के आंकड़े हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं. हालात यह आ पहुंचे हैं कि शवों को जलाने के लिए 3 से 4 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है. श्मशान घाट पर जुलाई में शवों का आना कम था लेकिन अगस्त में संख्या काफी बढ़ गई. इसके बाद सितंबर में यहां पर शवों का पहुंचना काफी कम हो गया, लेकिन अक्टूबर के आखिर से अब तक यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले 9 दिनों में निगमबोध घाट पर कुल 167 कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
आंकड़ों की भाषा में बात करें तो दिल्ली में कोरोना से मौत का आंकड़ा 8 हजार के पार चला गया है. बीते 24 घंटे में 98 अन्य मरीजों की जान चली गई है. इसके साथ ही मौत का आंकड़ा 8,041 हो गई है. इससे पहले बुधवार को दिल्ली में 131 लोगों की मौत हुई थी. राजधानी में एक दिन में कोरोना से होने वाली मौत के मामलों का यह नया रिकॉर्ड भी है. इससे पहले दिल्ली सरकार की 12 नवंबर को जारी हेल्थ बुलेटिन में 24 घंटे में 104 लोगों की मौत हुई थी. हालांकि विशेषज्ञ कोरोना से हो रही मौतों के लेकर आश्चर्य नहीं जताते.
एलएनजेपी (लोक नारायण जयप्रकाश) अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कहते हैं कि त्योहारी सीजन को देखते हुए भीड़ बढ़ गई है. इतना ही नहीं ये भीड़ कोरोना के बीच अपनाई जाने वाली सामान्य नॉर्म्स को भी फॉलो नहीं कर रही है. इसी वजह से हाल के दिनों में एक बार फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. उन्होंने बताया कि प्रदूषण की वजह से भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली में सबसे अधिक कोरोना टेस्टिंग हो रही है. इसलिए भी यहां ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. जहां तक मृत्यु दर की बात है तो वह राष्ट्रीय मृत्यु दर के बराबर ही है.
यह अलग बात है कि कोरोना से मरने वालों के परिजनों को अंतिम क्रिया कर्म में काफी इंतजार करना पड़ रहा है. निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कराने पहुंचे एक शख्स ने बताया कि वह 10 बजे निगमबोध घाट पर पहुंचे थे, लेकिन यहां आने पर पता चला कि पहले से 5 एंबुलेंस यहां पर मौजूद हैं. शख्स ने बताया कि उन्हें दोपहर 3 बजे का वेटिंग नंबर दिया गया. निगमबोध घाट पर बढ़ती शवों की संख्या पर मेयर जय प्रकाश ने कहा कि घाट पर शवों को जलाने के लिए 104 प्लेटफार्म हैं. इनमें से 50 को कोविड के लिए रिजर्व में रखा गया है. उन्होंने बताया कि कोविड के लिए यहां पर सीएनजी के प्लेटफार्म हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना से होने वाली मौत के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए 16 वुडेन प्लेफॉर्म लिए गए हैं.
Source : News Nation Bureau