Delhi News : आम आदमी पार्टी (AAP) ने उत्तर भारत में हवा की गुणवत्ता खराब होने पर केंद पर निशाना साधा है. AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि वायु प्रदूषण की वजह से अब लोगों का दम घुट रहा है, लेकिन केंद्र के पास इसे कंट्रोल करने के लिए कोई प्लान नहीं है. उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 39 शहर हमारे देश से हैं. पूरे देश में सिर्फ एक केजरीवाल सरकार है, जो वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विंटर और समर एक्शन प्लान बनाकर कड़े कदम उठा रही है. इसकी वजह से पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली की हवा में 30 प्रतिशत का सुधार हुआ है.
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आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि केंद्र के आईएमडी विभाग की वेबसाइट से पता चलता है कि राजधानी दिल्ली में 70 प्रतिशत प्रदूषण बाहरी राज्यों से आ रहा है. हमारी मांग है कि उत्तर भारत के सभी राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की एक हाईलेवल बैठक बुलाई जाए. हमें बताइए कि आप क्या एक्शन लेने वाले हैं. जैसे ही ठंड का मौसम आता है वैसे ही उत्तर भारत में हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है.
उन्होंने आगे कहा कि सर्दी में दमा के मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाता है. डब्ल्यूएचओ ने साल 2019 में एक स्टडी की थी, जिसमें कहा था कि भारत के 99.5 प्रतिशत जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है. अगर देश में इतनी बड़ी इमरजेंसी है तो क्या केंद्र को समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाना चाहिए?
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उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों से SC यूपी की सरकार से कह रही है कि ईंट के भट्टों का कुछ समाधान किया जाए, क्योंकि उससे बहुत ज्यादा प्रदूषण हो रहा है. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने नई तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा है, लेकिन इस पर यूपी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. एनसीआर में आज भी 2000 ईंट के भट्टे पुरानी तकनीक से चल रहे हैं.
Source : News Nation Bureau