राष्ट्रीय राजधानी में बदतर होती वायु की गुणवत्ता पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने मंगलवार को दिल्ली में वाहन पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ा दिया।
यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण निवारण और नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) की एक बैठक में लिया गया, ताकि लोग निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें, क्योंकि वायु प्रदूषण की स्थिति अधिक बदतर हो गई है और मंगलवार को यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
ईपीसीए ने कहा कि दिल्ली मेट्रो पीक आवर के दौरान कम-से-कम 10 दिनों तक किराया कम रखें। साथ ही ईपीसीए ने ज्यादा कोच लगाने और फेरी बढ़ाने का आदेश दिया है।
ईपीसीए ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता रहा तो ऑड-इवन जैसी योजनाएं शुरू करनी चाहिए। साथ ही ईपीसीए ने कहा कि कंस्ट्रक्शन (निर्माण कार्य) पर ही पाबंदी लगा देनी चाहिए।
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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वर्ष की सबसे खराब हवा की गुणवत्ता और धुंध की स्थिति देखी गई, जो दिवाली के बाद से अधिक खराब है। आसमान में धुंध की पीली चादर छाई हुई है।
गौरतलब है कि 21 सक्रिय प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 18 में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' दर्ज किए जाने के साथ ही प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
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Source : News Nation Bureau