फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में गुजरात के सूरत अग्निकांड जैसा दृश्य उस वक्त देखने को मिला, जब आज सुबह ही स्कूल के नीचे खुले हुए कपड़े की गोदाम में आग लग गई. आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और पूरे स्कूल की इमारत को चपेट में ले लिया. स्कूल में रह रहे अध्यापक और उसका परिवार इस आग में फंस गया, जिसे पड़ोसियों ने छत से होकर बाहर निकाला. 2 बच्चे और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में तीनों की मौत हो गई. आश्चर्य की बात यह है कि स्कूल में आग पर काबू पाने के लिए कोई भी यंत्र मौजूद नहीं था.
आग लगने से वहां आसपास भगदड़ मच गई. कुछ ही देर में यह आग पड़ोस की एक कपड़े की दुकान तक पहुंच गई और कपड़े की दुकान को भी पूरी तरह से नष्ट कर दिया. रास्ते छोटे होने के कारण दमकल कर्मी पहुंचे तो सही लेकिन घटनास्थल तक पहुंचने में उन्हें समय लग गया.
पहले तो आग के बारे में किसी को पता ही नहीं चला, लेकिन जब स्कूल परिसर से बाहर की तरफ धुआं तेज निकलने लगा तो लोगों को आग के बारे में जानकारी हुई. तुरंत ही पुलिस व दमकलकर्मियों को घटना की जानकारी दी गई. पड़ोसियों की मदद से स्कूल में सो रहे दोनों बच्चों को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन हादसे में दोनों बच्चे भी बुरी तरह झुलस गए. बच्चों को निकालने वाले दो लोगों के झुलसने की भी खबरें हैं.
पटेल नामक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने आपको सबसे पहले लगते हो देखा था और फिर अपने घर की मोटर चलाकर आग को बुझाने की कोशिश भी की. कुछ ही देर में मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां भी पहुंच गईं, जिन्होंने आग पर काबू पाया मगर इतनी देर में स्कूल परिसर मैं सोए हुए दोनों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए और उन्हें अस्पताल भेजा गया.
डबुआ थाना प्रभारी ने बताया कि उन्हें सुबह सूचना मिली थी कि कॉलोनी के एक स्कूल में आग लग गई है. उन्होंने इसकी तुरंत सूचना दमकल कर्मियों को दी और दमकल कर्मियों के साथ आग पर पूरी तरह से काबू भी पा लिया गया.
HIGHLIGHTS
- स्कूल में रह रहे अध्यापक का परिवार आग में फंस गया था
- पड़ोसियों ने छत से बाहर निकाला और अस्पताल भेजा गया
- स्कूल में नहीं था आग बुझाने का कोई भी यंत्र
Source : News Nation Bureau