पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में अपशिष्ट भराव क्षेत्र (लैंडफिल साइट) के ढहने से शुक्रवार को एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घटनास्थल का दौरा किया और दिल्ली नगर निगम को आड़े हाथों लिया।
सीएम ने कहा, 'यह मानव निर्मित आपदा है। यह अपराध है। कूड़े का पहाड़ खड़ा किया गया। क्या एमसीडी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर कूड़े का निस्तारण नहीं कर सकती है?'
पूर्वी दिल्ली के सांसद महेश गिरी ने भी घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है। हम उपराज्यपाल से लैंडफिल साइट शिफ्ट करने के लिए बात करेंगे। हम हादसे में अपनों को खोने वालों के लिए मुआवजे की मांग करेंगे।'
पुलिस के मुताबिक कचरा भराव क्षेत्र के ढहने से एक कार और एक दो पहिया वाहन पास से बहने वाली कोंडली नहर में जा गिरे।
एक अधिकारी के अनुसार, महिला की मौत दो पहिया वाहन के नहर में डूबने से हुई। वह वाहन चला रही थी।
अधिकारी ने कहा कि, 'महिला का शव बरामद कर लिया गया है। नहर में गिरने वाले एक अन्य बाइक सवार को बचा लिया गया है। कहा जा रहा है कि मलबे के अंदर चार-पांच वाहन फंसे हुए हैं।'
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पूर्व दिल्ली एमसीडी की महापौर नीमा भगत ने पुष्टि की कि इस घटना में तीन लोग मारे गए हैं। उन्होंने भराव क्षेत्र के खराब रखरखाव के लिए दिल्ली सरकार को दोषी ठहराया। यह कचरा भराव क्षेत्र 70 एकड़ में फैला हुआ है।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) को अपरान्ह करीब 2.45 पर फोन आया। बचाव कार्य के लिए पांच जेसीबी मशीनों को मौके पर भेजा।
डीएफएस के अधिकारी ने बताया, 'हमने नहर से पांच लोगों को निकाला और उन्हें लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया।'
Source : News Nation Bureau