दिल्ली के गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर रविवार शाम भीषण आग लग गई, फिलहाल आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं. रविवार शाम करीब 6 बजे गाजीपुर लैंडफिल में आग लग गई और आग की तीव्रता को देखते हुए दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. दिल्ली फायर सर्विस एसओ नरेश कुमार ने बताया कि, लैंडफिल में आग डंपिंग ग्राउंड में उत्पादित गैस के कारण लगी थी. इस बीच, क्षेत्र के निकट के निवासियों ने जलते हुए कूड़े के ढेर से निकलने वाली "जहरीली" गैस के बारे में शिकायत की है. निवासियों ने गैस के घने बादल की शिकायत करते हुए कहा कि इसका बुजुर्गों पर गंभीर असर हो सकता है.
गौरतलब है कि, आग लगने की सूचना मिलने के करीब 12 घंटे बाद भी डंपिंग ग्राउंड लगातार आग की लपटों में घिरा हुआ है. साइट करीब रहने वाले एक निवासी ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है, साथ ही इस घटना के लिए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि, आग से निकलने वाला धुआं बुजुर्ग लोगों के लिए गंभीर प्रभाव डाल सकता है.
मौके पर मौजूद दमकल की 10 गाड़ियां
हालांकि अभी तक आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आग बुझाने के लिए दमकल की 10 गाड़ियां काम कर रही हैं, जिनमें से चार को पहाड़ के ऊपरी हिस्से पर रखा गया है.
इसी बीच आग की सूचना मिलते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सियासी घमासान शुरू हो गया. बीजेपी ने लैंडफिल साइट को कम करने के अपने प्रमुख एमसीडी चुनावी वादों में से एक को पूरा नहीं करने के लिए दिल्ली सरकार पर हमला किया है. वहीं AAP का कहना है कि, चिंता की कोई बात नहीं है... सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं. दमकल गाड़ियां जल्द ही आग पर काबू पा लेंगी.
दो लोगों की मौत की खबर
गौरतलब है कि, 2019 में, ग़ाज़ीपुर लैंडफिल की ऊंचाई 65 मीटर थी, जो कुतुब मीनार से केवल आठ मीटर कम थी. 2017 में, डंपिंग यार्ड में कचरे का एक हिस्सा बगल की सड़क पर गिर गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई थी.
Source : News Nation Bureau