12 विदेशी पूरी तरह से फिट हो गए हैं. ये सभी इटली से आए थे. सभी गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती थे. ठीक होने के बाद सभी लोग खुशियां मनाते आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकले. इन सभी को आईटीबीपी से हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. इस ग्रुप में 14 विदेशी शामिल थे. सभी कोविड19 से संक्रमित पाए गए थे. जिनमें से 12 पूरी तरह से फिट हो गए हैं. दो अभी भी अस्पताल में भर्ती है. जिसका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि उसको वेंटिलेटर पर रखा गया है. 12 विदेशियों को अब कोई बीमारी के लक्षण नहीं दिख रहे हैं. लेकिन दो अभी भी गुड फील नहीं कर पा रहे हैं.
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24 घंटे में एक भी कोरोना के मरीज नहीं मिले
वहीं एक गुड न्यूज और भी है कि पिछले 24 घंटे में एक भी कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं. वहीं भारत में अबतक कोरोना के मरीजों की संख्या 499 हो गई है. वहीं अबतक 10 मौत हो चुकी है. कोरोना के कहर को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है. ताकि कोविड19 के संक्रमण को रोका जा सके. इस वायरस ने कोहराम मचा दिया है. लोग घरों में कैद हो गए हैं. इससे बचने का एक ही उपाय है कि आप लोगों से ना मिले. अपनी सावधानी बरतें. किसी से हाथ नहीं मिलाएं.
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कर्मचारियों की न ही छंटनी करें और न ही उनका वेतन काटें
कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए देश के अकांश शहरों में लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने निजी और सार्वजनिक कंपनियों के कर्मचारियों की सुधि ली है. केंद्र सरकार ने इन क्षेत्रों की कंपनियों से कहा है वे इस संकट की घड़ी में कर्मचारियों की न ही छंटनी करें और न ही उनका वेतन काटें श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव हीरालाल समरिया ने इस बाबत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले ही बिजनेस समुदाय और उच्च आय वर्ग के लोगों से भी इस तरह की अपील कर चुके हैं.
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नियमित और संविदा दोनों तरह के स्टाफ की सेवा सुरक्षा का ख्याल रखा जाए
लेबर सेक्रेटरी हीरालाल सामरिया ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को जारी पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस से पैदा संकट के बीच कर्मचारियों की सहूलियतों का ध्यान रखना जरूरी है. सभी पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों को सुझाव दिया जाता है कि वे इस दौरान किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करेंगे और न ही उनका पैसा काटेंगे. अगर कोई कर्मचारी छुट्टी लेता है तो भी वह ड्यूटी पर माना जाएगा. नियमित और संविदा दोनों तरह के स्टाफ की सेवा सुरक्षा का ख्याल रखा जाए.