उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले अनाज मंडी क्षेत्र में स्थित एक चार मंजिला इमारत में चल रही अवैध फैक्टरी में रविवार की सुबह आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई. राष्ट्रीय राजधानी में उपहार सिनेमा त्रासदी के बाद अनाज मंडी में हुआ यह अग्निकांड दूसरी सबसे भयानक घटना है. हादसे में मारे गये ज्यादातर लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक हैं. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने अनाज मंडी अग्निकांड के संबंध में इमारत के मालिक रेहान और उसके प्रबंधक फुरकान को गिरफ्तार कर लिया और आईपीसी की धाराओं 304 और 285 के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले को अपराध शाखा को ट्रांसफर किया गया है.
इस पर केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में आग की घटना में 43 लोगों की मौत पर आप सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह दुर्घटना दिखाती है कि 'सजा के बिना' खामियां होते रहने दी गईं. पुरी ने एक बयान में कहा कि सड़कें बहुत संकीर्ण थीं और तार और केबल खतरनाक ढंग से लटकी हुई थीं.
उन्होंने आगे कहा कि साथ ही इमारत में सुरक्षा एवं आग से बचाव संबंधी नियमों का उल्लंघन किया गया था. आप सरकार ने पुरी के बयान को 'चौंकाने वाला और गलत' करार देते हुए कहा कि केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री के बयान का उद्देश्य दिल्ली में भाजपा नीत नगर निकायों के 'भ्रष्टाचार एवं अक्षमता’ को छिपाना है.
Source : Bhasha