देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण में बेतहासा वृद्धि को लेकर गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को जमकर फटकारा. दिल्ली में कोरोना महामारी से निपटने के लिए आप सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को नाकाफी मानते हुए दिल्ली HC ने ‘आप’ सरकार को जम कर खिंचाई की है. कोर्ट ने पूछा कि शादियों में मेहमानों की संख्या कम करने का इंतजार क्यों किया गया? संक्रमण बढ़ने पर भी आप नींद से क्यों नहीं जागे?
दिल्ली हाईकोर्ट ने पूछा कि जब 1 नवंबर से ही राजधानी में कोरोना के केस बढ़ रहे थे, आपने शादी समारोह मे अथितियों की संख्या सीमित करने जैसे कदम क्यों नहीं उठाए? आपने अतिथियों की संख्या 50 तक सीमित करने के लिए 18 दिन का इंतज़ार क्यों किया? क्या आप गहरी नींद में सोए थे?
कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए क्या व्यवस्था की गई है? हाईकोर्ट ने पूछा कि सरकार बताए कि उसने ऐसे लोगों के लिए क्या व्यवस्थाएं कर रखी हैं जो छोटी जगहों पर रहते हैं और संक्रमण से ग्रसित होने के बाद सेल्फ आइसोलेशन के लिए उनके पास पर्याप्त जगह नहीं है?
कोर्ट ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वह उन 33 निजी अस्पतालों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर डाले और उसका प्रचार करे, जिन्हें 80% ICU बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है, जिससे जरूरत के वक्त लोगों को इसके लिए परेशान न होना पड़े.
Source : News Nation Bureau