दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) के दौरान आईबी अधिकारी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हसीन कुरैशी नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक उसने स्वीकार किया कि हिंसा के दौरान चांद बाद की पुलिस पर उसने अंकित शर्मा पर चाकू से कई वार किए थे. हसीन ने पुलिस को पूरी कहानी सुनाई कि किस तरह अंकित की हत्या करने के बाद उसके शव को नाले में फेंक दिया गया.
यह भी पढ़ेंः उन्नाव रेप केस : पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत सभी दोषियों को 10 साल कैद की सजा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को हसीन को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने बताया कि हिंसा के दिन वह अपने दोस्त समीर के साथ मौजूद था. उसने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे उसने देखा कि हिंसा हो रही है तो वह भी उसमें शामिल हो गया. उनसे बताया कि वह भी दूसरे समुदाय के लोगों के घरों पर पत्थर फेंकने लगा. इसी बीच हसीन के एक मिठाई की दुकान के पास पड़ा चाकू उठा लिया और ताहिर हुसैन के घर के पास खड़ा हो गया. पुलिस ने अंकित शर्मा की हत्या के आरोप में हसीन को उसके भाई शाह आलम के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
यह भी पढ़ेंः भारत पर सैकड़ों साल राज करने वाले इंग्लैंड ने पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा, कोरोना वायरस से कैसे निपटें
भीड़ ने अंकित के घेर कर किए चाकू से कई बार
हसीन ने पूछताछ में बताया कि उसे देखा कि 20-25 लोग एक शख्स को घसीटकर ले जा रहे थे. वह उसे नहीं जानता था. हसीन ने बताया कि बाकी लोगों के साथ उसने भी अंकित शर्मा के साथ मारपीट की. उसने अंकित के तीन चाकू मारे. कुछ देर बाद जब अंकित के शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो उसे नाले में फेंक दिया गया.
परिवार ने की शहीद का दर्जा देने की मांग
दिल्ली हिंसा में मारे गए अंकित शर्मा के परिवार ने एक वीडियो जारी कर सरकार के सामने कुछ मांग रखी है. अंकित के भाई अंकुर शर्मा ने वीडियो जारी कर सरकार से मांग की है कि अंकित को शहीद का दर्जा किया जाए. इसके साथ ही आप पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
यह भी पढ़ेंः OMG : इस बड़े क्रिकेटर में मिले कोरोना वायरस के लक्षण, टीम से किया गया अलग
कैसे आया पुलिस की गिरफ्त में
जब अंकित शर्मा का शव नाले में मिला और उसकी फोटो अखबार और टीवी चैनल पर आने लगी तो हसीन ने उसे पहचान लिया. इसके बाद ही वह अंडरग्राउंड हो गया. डीसीपी संजीव यादव की अगुआई में स्पेशल सेल की टीम ने उसे दबोच लिया. पुलिस ने हसीन तक पहुंचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सबूत जुटाए. हसीन का लोकेशन भी उस दिन उसी जगह मिला जहां शर्मा की हत्या हुई थी.
Source : News Nation Bureau