Bangladesh Crisis: शेख हसीना का मिलिट्री प्लेन मंगलवार सुबह हिंडन एयरबेस से रवाना हो चुका है. बांग्लादेश में भारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर हसीना सोमवार 5 अगस्त को भारत पहुंची थी. हसीना का प्लेन कहाँ गया इसकी जानकारी नहीं है. वे लंदन या फिनलेंड जा सकती हैं. हालांकि पहले ऐसी खबरें जरूर आ रही थी कि हसीना दिल्ली से लंदन जाएंगी. लेकिन बाद में बताया गया कि आगे की योजना भी साफ नहीं है.
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बांग्लादेश से ऐसे दिल्ली पहुंची शेख हसीना
दरअसल, सोमवार 5 अगस्त को शेख हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंची थी. शेख हसीना को बांग्लादेश की सेना ने देश छोड़ने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हसीना बांग्लादेश छोड़ने से पहले राष्ट्र के नाम एक संदेश प्रसारित करना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें ऐसा करने की इजाज़त नहीं दी. आनन फानन में उन्हें देश छोड़ना पड़ा. बांग्लादेश से नजदीक होने के कारण हसीना भारत आ गईं. उनका प्लेन शाम करीब 5:36 पर गाजियाबाद के एयरबेस पर उतरा. इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने उनसे मुलाकात की. बांग्लादेश की नेता शेख हसीना ने हिंडन एयरबेस पर एनएसए अजीत डोभाल के साथ डेढ़ घंटे तक बांग्लादेश के मौजूदा हालात और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की.
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शेख हसीना की सुरक्षा में रही कड़ी सुरक्षा
शाम करीब 7:00 बजे उनका काफिला हिंडन एयरबेस से बाहर निकला. पश्चिमी वायु कमान प्रमुख एयर मार्शल ने भी एयरवेज पर शेख हसीना से मुलाकात की और वरीष्ठ सैन्य अधिकारियों से मुलाकात के बाद शेख हसीना को हिंडन एयरबेस पर ही कड़े सुरक्षा इंतजामों के साथ रखने का फैसला लिया गया. उन्होंने भारतीय वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कड़े पहरे में रात गुजारी. हसीना के भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करते समय भारतीय सेना और वायु सेना ने सक्रिय भूमिका निभाई. हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं था जब शेख हसीना ने भारत में शरण ली हो. इससे पहले बांग्लादेश बनने के 3 साल बाद ही 15 अगस्त 1975 को सैनिक तथा पलट के दौरान बंग बंधु की हत्या कर दी गई थी.
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इससे पहले भी भारत से शरण मांग चुकी हैं शेख हसीना
पिता की हत्या के बाद जर्मनी से दिल्ली लौटी शेख हसीना अपनी बहन के साथ कई सालों तक भारत की राजधानी में रहीं. इसके बाद उन्होंने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने की ठानी. फिर 1981 में शेख हसीना ने बांग्लादेश में वापसी की और लोकतंत्र को लेकर मुखर हुई. लेकिनअब उन्हें महज 45 मिनट के अंदर देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया. हालांकि पहले खबरे आ रही थी की हसीना दिल्ली से लंदन जा सकती हैं लेकिन बाद में बताया गया की आगे की योजना भी साफ नहीं है.