राज्यसाभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट और बदसलूकी मामले में नया मोड़ सामने आ गया है. केजरीवाल के PA बिभव कुमार की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "आप देख सकते हैं कि वे किस तरह AAP के पीछे पड़े हैं वो हम सब को जेल में डालना चाहते हैं.मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा कि आप यह 'जेल का खेल' खेल रहे हैं. कभी मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल रहे . कल मैं अपने सभी बड़े नेताओं, विधायकों के साथ दोपहर 12 बजे भाजपा मुख्यालय आ रहा हूं. आप जिसे चाहें जेल में डाल सकते हैं.. केजरीवाल ने कहा कि आखिर मेरा कसूर क्या है. ये दिल्ली में काम करने से रोकना चाहते हैं.
बता दें कि स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट मामले में गिरफ्तार बिभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की, जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी.बहस पूरी होने के बाद लोक अभियोजक ने अदालत को बताया कि बिभव कुमार को शाम 4.15 बजे गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले आदेश सुरक्षित रखा गया था. राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से सीएम हाउस में हुई मारपीट मामले में आरोपी बिभव कुमार को शनिवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया. बिभव को अरविंद केजरीवाल के सीएम हाउस से हिरासत में लिया गया था और वहां से पुलिस उन्हें सिविल लाइन पुलिस स्टेशन लेकर गई थी. दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि बिभव दिल्ली से बाहर नहीं बल्कि मुख्यमंत्री आवास में ही मौजूद हैं.
यह भी पढ़ें: Swati Maliwal Assault: बिभव कुमार की अग्रिम जमानत याचिका तीस हजारी कोर्ट से खारिज, जानें आगे क्या होगा?
मेरा कसूर क्या है- अरविंद केजरीवाल
बिभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं सोच रहा था कि ये हम सब लोगों को जेल में क्यों डालना चाहते हैं. हमारा कसूर क्या है. हमारा कसूर ये है कि हमने दिल्ली के अंदर गरीब बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा दी, सरकारी स्कूल शानदार बनाए, ये नहीं बना सकते. इसलिए ये दिल्ली के सरकारी स्कूल रोकना चाहते हैं. हमारा कसूर ये है कि हमने दिल्ली के अंदर मोहल्ला क्लीनिक बनाए, सरकारी अस्पताल बनाए, लोगों के लिए फ्री दवाई का इंतजाम किया, अच्छे इलाज की व्यवस्था दी, ये नहीं कर पा रहे. इसलिए ये दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक, अस्पतालों और इलाज को रोकना चाहते हैं.'
Source : News Nation Bureau