दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी के बाहर शुक्रवार सुबह एक शक्तिशाली बम (ID bomb) मिला, जिसे एनएसजी की टीम (NSG) ने समय रहते एक खाली मैदान में गहरा गड्ढा खोदकर निष्क्रिय कर दिया. बम कितना शक्तिशाली था इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि करीब 8 फुट गहरे गड्ढे में बम को डिफ्यूज किया गया तो और गड्ढा गहरा हो गया और करीब 1 किलोमीटर के दायरे में धमाके की आवाज सुनाई दी.
अगर यह बम ब्लास्ट हो जाता तो बड़ा नुकसान निश्चित था, क्योंकि फूल मंडी, सब्जी मंडी में सुबह के समय विशाल सर्विसेस की वजह से व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं की काफी भीड़ रहती है और बम को ठीक फूल मंडी के एंट्री गेट पर एक कोने में बैग के अंदर रखा गया था.
गनीमत रही कि वह बैग किसी को नजर आया और पीसीआर को सूचना दे दी गई. पुलिस के मुताबिक करीब 10:20 पर बम मिलने की सूचना पर बम स्क्वायड को भेजा गया और तमाम सुरक्षा एजेंसियों दिल्ली फायर सर्विस को अलर्ट कर दिया गया. रोबोटिक मशीन के जरिए यह पता लगाया गया कि उसमें विस्फोटक हो सकता है जिसके बाद एनएसजी की टीम ने उस बम को रोबोटिक मशीन के जरिए ही एक खाली मैदान में ले जाकर 8 फीट गहरे गड्ढे में डिफ्यूज किया.
अब गाजीपुर मंडी के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है. तमाम एंट्रीज देखी जा रही है. अभी तक किसी आतंकी संगठन ने बम प्लांट करने की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इस स्पेशल सेल ने मुकदमा दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी है और आशंका है कि इसके पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है.
पुलिस सीसीटीवी और टैक्निकल सर्विलांस के जरिए बम प्लांट करने वालों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. मौके पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की अलग-अलग टीमों के अलावा डिस्ट्रिक्ट पुलिस, एनएसजी दिल्ली फायर सर्विस के साथ-साथ तमाम सुरक्षा एजेंसियों की टीम पहुंची थीं.
एनएसजी और दिल्ली सरकार की फॉरेंसिक लैब की टीम ने मौके से नमूने एकत्र किए हैं, ताकि बम की क्षमता और उसमें विस्फोटक का पता लगाया जा सके. हालांकि, सूत्र बता रहे हैं कि मौके से लगभग 1.5 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था. शुरुआती तफ्तीश में नाइट्रेट मिक्स विस्फोटक होने का संदेह है. एनएसजी की टीम ने मौके से तमाम सैंपल इकट्ठे किए हैं जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
ये जाहिर है की बैग में इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक रखने के पीछे का मकसद ज्यादा से ज्यादा तबाही मचाना था, विस्फोटक को ब्लास्ट करने के लिए घड़ी या मोबाइल फोन का इस्तेमाल किए जाने का शक है. सब्जी मंडी में लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
Source : Avneesh Chaudhary