आम आदमी पार्टी नेता आतिशी को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है. इस नोटिस को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने बताया कि इस नोटिस में आतिशी की 59, लाख 79 हजार की चल सम्पत्ति पर जो एफडी और म्युचुअल फंड के रूप में है और जिसका जिक्र 2020 के चुनाव इलेक्शन के एफिडेविट में किया गया है. साधारण से साधारण बुद्धि रखने वाला आदमी भी अगर उसी एफिडेविट में और जानकारी पढ़ लेता तो समझ जाता. इनके माता पिता दोनों दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, सेंट स्टीफेंस ने इन्होंने पढाई की और टॉपर रहीं हैं, chevening scholarship से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमए किया, फिर rhodes scholarship से ऑक्सफोर्ड से एमएससी किया.
इतने क्वालिफिकेशन के बाद भी कोई रिचर्स स्कॉलर का काम करे, तो कोई भी समझ सकता है कि इतना धन अर्जित कर सकते हैं कि वो म्युचुअल फंड और एफडी के रूप में रहकर इतना हो जाए. साल 2012 से पहले का यह पूरा डिपॉजिट है. 2015 से आतिशी को प्रति माह एक रुपए के तनख्वाह पर काम करने का मौका मिला आयकर विभाग कितना खाली बैठा है. जिस सरकार ने स्विस बैंक से काला धन लाने की घोषणा की थी, वो आज 60 लाख के डिपॉजिट पर भी नोटिस भेज रही है. आज की राजनीति में बहुत कम महिलाएं हैं जो बिना किसी पॉलिटिकल ग्राउंड के आती हैं.
बीजेपी का महिला विरोधी चेहरा
यह नोटिस भाजपा की महिला विरोधी चेहरे को दिखाता है, आम आदमी पार्टी इसकी घोर निंदा करती है.ऐसी कोई एजेंसी नहीं है, जिसके जरिए केंद्र ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को परेशान नहीं किया हो. लेकिन एक भी गलती नहीं ढूंढ पाए हैं, यह इनकम टैक्स नोटिस भी उसी की एक कड़ी है. भाजपा को लगता है कि पढ़े लिखे प्रोफेशनल लोग जो राजनीति में आते हैं उन्हें ऐसी नोटिस से डराया धमकाया जा सकता है.
राजनीतिक बदला ले रही है बीजेपी
हम इसलिए नौकरी छोड़कर आए हैं क्योंकि हम राजनीति बदलना चाहते हैं. भाजपा के नेताओं के पास कुछ छुपाने को होगा, हमारे पास एक भी चीज छुपाने को नहीं है. इनकम टैक्स जब जहां बुलाएगी, एक एक कागज लेकर जाऊंगी, छुपाने को कुछ नहीं है जिस तरह हम अपनी प्रॉपर्टी बैंक अकाउंट को सार्वजनिक करने को तैयार हैं, क्या भाजपा के लोग भी ऐसा करने को तैयार हैं.
Source : News Nation Bureau