जामिया मिल्लिया इस्लामिया पिछले साल दिसंबर में परिसर में छात्रों पर हुयी पुलिस कार्रवाई को लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए अदालत का रुख करेगा. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कार्यकारी परिषद की आकस्मिक बैठक में यह फैसला किया गया.
विश्वविद्यालय प्रवक्ता अहमद अज़ीम ने कहा, 'सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत निचली अदालत में बहुत जल्दी एक याचिका दायर की जाएगी जिसमें प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया जाएगा.’
उन्होंने कहा कि सभी डीनों के साथ विचार विमर्श कर परीक्षा नियंत्रक द्वारा नयी परीक्षा तिथि घोषित की जाएगी. उन्होंने कहा कि परिसर के अंदर छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. यदि आवश्यक हुआ तो और कदम उठाए जाएंगे.
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पुलिस 15 दिसंबर को उन "बाहरी लोगों" की तलाश में कथित रूप से लाइब्रेरी में घुस गयी थी जो परिसर के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन में आगजनी और हिंसा में शामिल थे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस घटना के संबंध में अब तक 52 छात्रों के बयान दर्ज किए हैं. विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों के बयान बुधवार को दर्ज किए गए. शेष लोगों के बयान गुरुवार और शुक्रवार को दर्ज किए जाएंगे.