दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के सैकड़ों छात्रों ने सोमवार को वाइस चांसलर नजमा अख्तर (VC Najma Akhtar) के ऑफिस का घेराव किया. इस दौरान उन्होंने पिछले माह कैंपस के अंदर हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर की मांग की. इस पर वीसी नजमा अख्तर ने कहा, इस पर कल से ही कार्रवाई होगी. छात्रों के करीब दो घंटे के प्रदर्शन के बाद वीसी नजमा अख्तर बाहर आईं और उन्होंने छात्रों के सारे सवालों के जवाब दिया.
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जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध के बाद वीसी नजमा अख्तर ने कहा कि हमने जामिया हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक रिसीव नहीं की. हम इससे आगे कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि हम सरकारी कर्मचारी हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में हमने सरकार के सामने भी आपत्ति दर्ज कराई है. अगर जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट भी जाएंगे.
बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में दिल्ली पुलिस द्वारा की गई हिंसा के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रों ने वीसी दफ्तर का घेराव किया है. बता दें कि सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जामिया में हिंसक झड़प हुई थी. साथ ही यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में भी तोड़फोड़ की गई थी. छात्रों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की थी. इसके साथ ही छात्रों ने परीक्षा की तारीखों के पुनर्निर्धारण की भी मांग की है.
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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में हिंसा हुई थी. इसके बाद पुलिस कैंपस के अंदर घुसी थी और प्रदर्शनकारियों की पिटाई की थी. पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ कई जगहों पर प्रदर्शन किया गया. इस हिंसा में डीटीसी की चार बसें, 100 निजी वाहन और पुलिस की 10 मोटरसाइकिलें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. पुलिस ने कहा कि उसने प्रदर्शनकारियों द्वारा उकसाए जाने के बावजूद अधिकतम संयम, न्यूनतम बल का इस्तेमाल किया.