राष्ट्रीय राजधानी स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की छात्रा सफूरा जरगर को 'बदनाम' करने के मुद्दे पर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. सफूरा संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित हिंसा के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद हैं और गर्भवती हैं. जामिया समन्वय समिति की मीडिया संयोजक सफूरा को फरवरी में उत्तर पूर्व दिल्ली के जाफराबाद इलाके में प्रदर्शन को लेकर पिछले महीने गिरफ्तार किया गया है. बाद में, सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में उसके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि, रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था और उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया.
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सफूरा को सोशल मीडिया पर उनके बच्चे के पिता को लेकर ट्रोल किया जा रहा है. आयोग ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ को गर्भवती सफूरा जरगर को शर्मनाक तरीके से अपमानित करने को लेकर नोटिस जारी किया है. आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि अदालत में इस बात का निर्णय होगा कि सफूरा दोषी हैं या नहीं। किसी को भी उनके चरित्र हनन करने का अधिकार नहीं है.
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नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जामिया के छात्रों ने प्रदर्शन किया था. दिल्ली पुलिस पर जामिया में घुसकर छात्रों पर मारपीट का भी आरोप लगा था. इस मामले में पुलिस ने कई छात्रों को गिरफ्तार भी किया था. हालांकि दिल्ली पुलिस ने छात्रों के साथ मारपीट की खबरों से साफ इंकार कर दिया था.
Source : Bhasha