जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का माहौल एक बार गरमा गया है. जेएनयू छात्रसंध द्वारा एक डाक्यूमेंट्री दिखाने की घोषमा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्त रूख अखितयार किया है. प्रशासन ने छात्रसंघ को कार्यक्रम रद्द करने की चेतावनी देने के साथ कहा है कि परिसर के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि, 'जेएनयूएसयू के नाम से छात्रों के एक समूह ने टेफलास में आज रात के लिए निर्धारित एक वृत्तचित्र / फिल्म "राम के नाम" की स्क्रीनिंग के लिए एक पैम्फलेट जारी किया. कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई है. इस तरह की अनधिकृत गतिविधि परिसर के सांप्रदायिक सद्भाव और शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ सकती है.'
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि संबंधित छात्रों / व्यक्तियों को दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि वे प्रस्तावित कार्यक्रम को तुरंत रद्द कर दें, ऐसा न करने पर विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जा सकती है.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय लंबे समय से विवादों में रहा है. कुछ वर्ष पहले परिसर में आयोजित एक कार्.क्रम तब सुर्खियों में आया था जब कथित तौर पर वहां भारत विरोधी नारे और कश्मीर की आजादी के नारे लगाये गये थे.