जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( ABVP) के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने जेएनयू (JNU) में उठ बवाल और संसद मार्च पर अपना बयान दिया है. उन्होंने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा कि जितने भी जेएनयू छात्र संघ के पदाधिकारी हैं, कल पुलिस के लाठीचार्ज में उनमें से कोई भी घायल क्यों नहीं हुआ? यह सवाल पूछा जाना चाहिए क्योंकि पुलिस की लाठियों के सामने जेएनयू के आम छात्रों को आगे करके छात्र संघ के पदाधिकारी गायब हो गए ? छात्रों को मोहरा बनाया गया?
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राष्ट्र विरोधी ताकतें छात्र आंदोलन में हुए शामिल
कल के आंदोलन के वक्त बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने के नारे लगाए गए. राष्ट्र विरोधी नारे लगाए गए. इससे साफ है कि छात्र आंदोलन की दिशा बदल चुकी है और राष्ट्र विरोधी तत्व उसमें शामिल हो गए है.
मीडिया पर हमले की निंदा
जेएनयू के कुछ छात्रों को लगता है कि आजादी सिर्फ उन्हीं का ही अधिकार है बाकियों को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है, तभी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर हमले किए जाते हैं. कुछ निजी चैनलों को निशाना बनाया जाता है जिसमें न्यूज़ नेशन भी शामिल है.
विद्यार्थी परिषद आंदोलन के राजनीतिक करण के खिलाफ
एबीवीपी समर्थन करता है छात्रों की उस मांग का की सरकार द्वारा बढ़ाई गई फीस पूरी तरह से वापस होनी चाहिए, लेकिन जिस तरह से जेएनयू छात्रों के आंदोलन का राजनीतिकरण किया गया हम उसके खिलाफ हैं.
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बता दें कि जेएनयू (JNU)में फीस वृद्धि की मागं को लेकर छात्र सोमवार को संसद मार्च के लिए सड़क पर उतरे थे. लेकिन धारा 144 लागू होने के दिल्ली पुलिस ने उन्हें संसद भवन जाने से रोक दिया था. जिसके बाद कल पूरा दिन काफी हंगामा देखने को मिला था. पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में कई छात्र के कई घायल होने की खबर भी सामने आई है. हालांकि पुलिस छात्रों पर किसी भी तरह की कार्रवाई से इंकार कर रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो