फीस वृद्धि को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र ने सोमवार (18 नवंबर) को संसद भवन की तरफ मार्च करने का ऐलान किया था लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया. जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच विरोध प्रदर्शन हुए. पुलिस की इस कार्यवाई में कई छात्र के घायल होने की खबर सामने आ रही है, जबकि एक छात्र की गंभीर रुप से घायल होने की बात भी कही जा रही है.
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों के मुताबिक, 'अभी तक उनके पास करीब 40-50 छात्र चेकअप के लिए आए हैं. वहीं, कुछ छात्र को इलाज करने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि कुछ लोग अभी तक अस्पताल में एडमिट हैं.
वहीं जेएनयू के छात्रों ने बताया, 'दिल्ली पुलिस की पिटाई के बाद एक छात्र की हालात गंभीर बनी हुई है. जबकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्होंने जेएनयू के 100 प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया है. इन सभी को जोरबाग के सफदरजंग मकबरे में रखा गया है.
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दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सफाई दी है कि उनकी तरफ से कोई वाटर कैनन का इस्तेमाल नहीं किया गया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाली बात से भी मना कर दिया है.
बता दें कि सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई है. यहां सैकड़ों छात्रों ने जुलूस निकालने की कोशिश की थी. लेकिन दिल्ली पुलिस ने छात्रों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए हैं और जेएनयू परिसर के आसपास सुरक्षाबलों की भारी संख्या में तैनाती की गई थी. धारा 144 के जरिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, जिसके अनुसार चार से अधिक लोग एक स्थान पर इकट्ठा नहीं हो सकते हैं.