Advertisment

JNU Violenc: कोड वर्ड से रची गई थी हमले की साजिश, दोनों गुटों में 2-3 दिनों से चल रहा था तनाव

लेफ्ट विंग के छात्रों ने रजिस्ट्रेशन के सर्वर को डैमेज किया, तो तनाव और ज्यादा बढ़ गया.

author-image
Sushil Kumar
New Update
JNU Violence: दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की प्राथमिकी

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

जेएनयू में हुई हिंसा का सोमवार को बड़ा खुलासा हुआ है. खुलासे में बताया गया कि हिंसा के लिए कोड वर्ड से साजिश रची गई थी. वहीं बताया जा रहा है कि एबीवीपी और लेफ्ट विंग के छात्रों के बीच पिछले 2-3 दिनों से तनाव चल रहा था. लेफ्ट विंग के छात्रों ने रजिस्ट्रेशन के सर्वर को डैमेज किया, तो तनाव और ज्यादा बढ़ गया. इसके बाद दोनों गुट आमने-सामने आ गए. दोनों के बीच मारपीट हुई. पेरियार होस्टल पर रविवार करीब 4 बजे के बाद मामला बढ़ता चला गया.

यह भी पढ़ें- JNU की आंच पहुंची जाधपुर यूनिवर्सिटी, छात्र-पुलिस में भिड़ंत, किया लाठीचार्ज, देखें Video

वहीं अंदर करीब 10 पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे. उनके साथ भी हाथापाई हुई. पीसीआर कॉल भी की गई थी. उसके बाद कुछ व्हाट्स एप ग्रुप बनाये गए और बदला लेने की प्लानिंग हुई. बाहर से लोग आए. इसके लिए एक कोड वर्ड बनाया गया. जिसके जरिये हमलवार अपने लोगों की पहचान कर पाएं और उन्हें न पीटें. करीब 7 बजे लाठी-डंडों से लैस नकाबपोश भीड़ ने हमला कर दिया. उस समय अंधेरा था, इसलिए कौन राइट और कौन लेफ्ट वाला है, उसकी पहचान करना मुश्किल था. इसलिए कोड वर्ड के जरिये हमलावरों को किसे मारना है किसे नहीं.

यह भी पढ़ें- आस्ट्रेलिया में आग प्रभावितों की मदद के लिए आगे आया टेनिस जगत

8 बजे के आसपास वीसी की परमिशन लेकर पुलिस अंदर घुसी, लेकिन तब तक हमलवार भाग गए थे. हमलावरों में कुछ जेनएयू के छात्र भी शामिल हैं, लेकिन ज्यादातर बाहरी हैं. जहां हिंसा हुई वहां कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. कुछ हमलावरों की पहचान हो गयी है.

Source : News Nation Bureau

Police JNU ABVP JNU Violence AISA
Advertisment
Advertisment
Advertisment