दिल्ली के जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (JNU) हिंसा मामले में एक निजी मीडिया चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद आए छात्र अक्षत अवस्थी से पूछताछ की गई. शनिवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम टीम ने अक्षत समेत अन्य 3 छात्रों के बयान भी दर्ज किया. वहीं जेएनयू हिंसा के वायरल वीडियो में दिख रही चेक शर्ट वाली लड़की को भी पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के सामने बुलाया गया.
क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो जिन तीन छात्रों अक्षत अवस्थी, रोहित शाह और चेक शर्ट वाली लड़की की स्टिंग के जरिये पहचान हुई है, उनमें से रोहित और छात्रा अभी पुलिस जांच में शामिल नहीं हुए हैं. पहले तो तीन-चार दिनों तक उनके मोबाइल फोन बंद आए थे.
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बता दें कि जांच में जुटी क्राइम ब्रांच अबतक 13 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. इन सभी से पेरियार हॉस्टल में हुई मारपीट की घटना के बाद नकाबपोशों की भीड़ के साबरमती हॉस्टल में पहुंचने के बारे में जानकारी हासिल की गई. इन दोनों से पूछा गया कि आप लोग क्या हमलावरों को पहचानते हैं? उन लोगों ने यह हमला क्यों किया, जैसे सवालों के जवाब पूछे गए.
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एसआईटी (SIT) के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सोमवार (20 जनवरी) को फिर से अक्षत के साथ ही योगेंद्र भारद्वाज और विकास पटेल से पूछताछ होगी. इन तीनों ही को सोमवार को बुलाया गया है, इस बार पूछताछ के साथ ही इनसे अन्य आरोपियों की भी पहचान कराई जाएगी. इसके लिए पुलिस ने वीडियो और तस्वीरों में मौजूद प्रदर्शनकारियों की अलग क्लीपिंग तैयार की है.
बता दें कि जेएनयू हिंसा मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नौ संदिग्धों की तस्वीर जारी की थी, जिनमें पंकज मिश्रा, आईशी घोष (जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष), वास्कर विजय, सुचेता तालुकदार, चुनचुन, कुमार, डोलन सामंता, प्रिया रंजन, योगेंद्र भारद्वाज और विकास पटेल के नाम शामिल हैं. योगेंद्र भारद्वाज यूनिटी अगेस्ट लेफ्ट व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन हैं. इसमें दो संदिग्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हैं और सात लेफ्ट से जुड़े हैं.