कैग रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में राशन घोटाले के ख़ुलासे के बाद केजरीवाल सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।
बुधवार को आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने ट्वीटर पर निशाना साधते हुए लिखा कि केजरीवाल सबसे भ्रष्ट सीएम हैं क्योंकि उनकी सरकार द्वारा 1800 करोड़ का राशन घोटाला किया गया है।
वहीं कांग्रेस ने राशन घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है, जबकि बीजेपी ने इसमें सरकार की मिलीभगत का आरोप लगाया है।
कपिल ने ट्वीट किया, 'केजरीवाल सरकार द्वारा किया गया यह राशन घोटाला लगभग 1800 करोड़ का है। ट्रकों की जगह स्कूटर और बाइक के नंबर। हजारों टन राशन टू वीलर से जाता दिखाया है। डीएसआईआईडीसी के ट्रक सत्येंद्र जैन की देखरेख में आते हैं और राशन इमरान हुसैन के। कैग रिपोर्ट के अनुसार हर विभाग में करोड़ों का घोटाला हुआ है।'
केजरीवाल का राशन डिलीवरी घोटाला
A. नकली गाड़ियों से राशन उठाया
B. 4 लाख नकली कार्डो से एडजस्ट किया
C. 150 करोड़ महीना
D. तीन साल में 150X12x3= ₹5400 करोड़Watch this - pic.twitter.com/rrkNLdQVOP
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) April 4, 2018
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता व रिसर्चर विकास झा का कहना है, 'मुख्यमंत्री खुद को और अपने मंत्रियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके पास जो आंकड़े हैं, उसके मुताबिक दिल्ली में लगभग 9 लाख से ज्यादा परिवारों को यानी लगभग 36 लाख लोगों को राशन उपलब्ध नहीं हो रहा है। यह हाल पिछले लगभग 3 साल से है।'
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उन्होंने कहा, 'दिल्ली सरकार अपनी इस कारगुजारी को छुपाने के लिए डोर टू डोर राशन डिलिवरी के प्रॉजेक्ट को जोर-शोर से उठा रही है। हालांकि यह योजना महज 3 से 4 महीने पुरानी है।'
वहीं रिपोर्ट सामने आने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कैग द्वारा उजागर भ्रष्टाचार या अनियमितता के हर मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, किसी को भी नहीं बख़्शा जाएगा।'
केजरीवाल ने एलजी पर निशाना साधते हुए कहा, 'घर-घर राशन की डिलीवरी की योजना को ख़ारिज कर उप राज्यपाल इन चीज़ों को संरक्षण देने की कोशिश कर रहे हैं। पूरा राशन सिस्टम माफ़िया की जद में है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। घर-घर डिलीवरी से ये माफ़िया ख़त्म हो जाते।'
क्या है मामला
कैग रिपोर्ट के मुताबिक, चारा घोटाले की तरह राशन घोटाले में भी बाइक और टेंपो से अनाज ढोया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एफ़सीआई गोदाम से राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल राशन की ढुलाई के लिए आठ ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया, जिनका रजिस्ट्रेशन नंबर बस, टेंपो और स्कूटर-बाइक का था।
इतना ही नहीं 2016-17 में जिन 207 गाड़ियों को राशन ढुलाई के काम में लाया गया, उनमें 42 के रजिस्ट्रेशन ही नहीं हैं।
Source : News Nation Bureau