केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने पीट पीटकर मार डाले गए ई-रिक्शा चालक के परिवार से सोमवार को मुलाकात की। ई-रिक्शा चालक को शनिवार की शाम कुछ लोगों को सार्वजनिक रूप से पेशाब करने से रोकने व 'स्वच्छ भारत अभियान' को बढ़ावा देने की कोशिश के दौरान पीट-पीटकर मार डाला गया।
आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री ने मृतक चालक के परिवार को 50,000 रुपये का चेक सौंपा। वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
संवाददाताओं से बातचीत में नायडू ने कहा, 'मैं इस घटना से स्तब्ध हूं क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के बारें में जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं।'
मंत्री ने कहा, 'रविंद्र कुमार को निर्दयता से मार दिया गया क्योंकि उसने दो लोगों को सार्वजनिक तौर पेशाब करने से रोका। यह बहुत ही स्तब्ध करने वाला है।'
नायडू के साथ दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष मनोज तिवारी भी थे।
इससे पहले दिन में नायडू ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बात की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ई-रिक्शा चालक की हत्या के मामले में 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की।
32 वर्षीय ई-रिक्शा चालक रविंद्र कुमार को शनिवार को 15 युवकों ने पीट-पीट कर मार डाला। आरोपियों में से दो कथित तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र बताए गए हैं। रविंद्र कुमार ने जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के पास युवकों को पेशाब करने से मना किया था।
कुमार के एक मित्र और घटना के चश्मदीद के मुताबिक, आरोपी गमछे में पत्थर बांध कर उसी से कुमार को मार रहे थे। वहां मौजूद किसी ने भी कुमार को बचाने की कोशिश नहीं की, और उसने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
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Source : News Nation Bureau