दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते हालात और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की ज्यादा जरूरत को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया है. देश की राजधानी में बसों और दिल्ली मेट्रो में खड़े होकर भी सफर किया जा सकेगा. दिल्ली मेट्रो में 100 प्रतिशत सीटिंग कैपेसिटी के अलावा हर कोच में 30 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे. अभी तक केवल 100 फीसदी सीटिंग कैपेसिटी के हिसाब से ही यात्रियों को यात्रा करने की इजाजत थी.
डीटीसी और क्लस्टर की बसों में 100 प्रतिशत सीटिंग कैपेसिटी के अलावा सीटिंग कैपेसिटी के 50 फीसदी यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे. दिल्ली में ज्यादा लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर कर सकें, इसलिए दिल्ली सरकार ने डीडीएमए (DDMA) से नियमों में छूट देने की अपील की थी. इस पर डीडीएमए ने अपील स्वीकार करते हुए रियायत दी है.
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए हैं ये महत्वपूर्ण कदम
1. 21 नवंबर तक निर्माण कार्यों और इमारतों के गिराने पर रोक लगा दी है.
2. 21 नवंबर तक सरकारी विभागों में वर्क फ्रॉम होम किया जाएगा.
3. स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं
4. दिल्ली में जरूरी सेवाओं वाले भारी वाहनों को छोड़ अन्य वाहनों के आने पर रोक लगा दी गई है.
5. 10 साल पुरानी पेट्रोल/डीजल गाड़ियों पर रोक
6. 1000 प्राइवेट CNG बसों को चलाने की प्रक्रिया शुरू
7. DDMA को मेट्रो और DTC बसों में खड़े होकर यात्रा करने को लेकर लिखा पत्र
8. 372 वॉटर स्प्रिंकलर के अतिरिक्त 13 हॉटस्पॉट पर फायर ब्रिगेड की मशीनों से छिड़काव
9. पेट्रोल पंप पर प्रदूषित गाड़ियां रोकने के लिए सघन अभियान का निर्देश दिया गया
10. ट्रैफिक जाम रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिया गया
Source : News Nation Bureau