देश की राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए केजरीवाल सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है. दिल्ली में वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने अभियान चलाया हुआ है. दिल्ली में केजरीवाल सरकार वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान चला रही है. इस अभियान का पहला चरण सफल साबित होने के बाद दूसरा चरण शुरू किया गया है. इसका मकसद लोगों में जागरूकता लाकर वाहन प्रदूषण को कम करना है, क्योंकि दिल्ली के 30 फीसदी प्रदूषण में सबसे ज्यादा वाहनों का प्रदूषण है. जिसे कम करने में यह अभियान काफी सफल साबित हुआ है. दिल्ली में 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान का दूसरा चरण 3 दिसंबर तक चलेगा.
केजरीवाल सरकार के अभियान से वाहनों के प्रदूषण में आ रही कमी
दिल्ली में एक व्यक्ति जब सुबह से शाम तक निकलता है तो लगभग 10 से 12 चौराहों को पार करता है. अगर एक चौराहे पर 2 मिनट भी रुकता है तो 20 से 25 मिनट तक बेवजह ईंधन जलता है. उससे दिल्ली के प्रदूषण में और बढ़ोतरी होती है. अभियान के जरिए वाहन चालकों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. वाहन चालक अब रेड लाइट पर अपने वाहनों को बंद कर लेते हैं. इससे प्रदूषण में कमी के साथ ईंधन की बचत हो रही है.
दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए 10 बड़े कदम उठाए
दिल्ली के अंदर जो रिसर्च सर्वे आए हैं वो बताते हैं कि दिल्ली के अंदर यहां का 30 फीसदी प्रदूषण है. इसके अलावा 70 फीसदी प्रदूषण बाहर से आ रहा है. ऐसे में दिल्ली के हिस्से के 30 फ़ीसदी प्रदूषण को कम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने 10 बड़े कदम उठाए हैं. वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए वर्क फ्रॉम होम का कदम उठाया गया है. इसके अलावा दिल्ली में बाहर से आने वाले ट्रकों पर रोक लगाई गई है.
Source : News Nation Bureau