कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भूख हड़ताल करने वाले बयान की आलोचना की है। संगठन ने कहा है कि 'ड्रामेबाजी' करने की बजाए इसे रोकने के लिए उन्हें कानून बनाना चाहिए।
भूख हड़ताल को 'राजनीतिक ड्रामा' करार देते हुए सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि केजरीवाल 'मगरमच्छ के आंसू' बहा रहे हैं।
खंडेलवाल ने एक बयान में कहा कि व्यापारी समुदाय केजरीवाल से प्रभावित नहीं है, क्योंकि जिसमें वे सक्षम हैं, वो चीज वो कर नहीं रहे, लेकिन मुद्दे का 'राजनैतिक लाभ' उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को सीलिंग पर स्थगन विधेयक पारित करना चाहिए और उसे मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त निगरानी समिति ने वाणिज्यिक प्रयोजनों के लिए रिहाइशी संपत्तियों का इस्तेमाल करनेवाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सीलिंग का आदेश दिया है, जिसे भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित नगर निगमों द्वारा लागू किया जा रहा है।
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Source : IANS