दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को 'Desh ke Mentor' कार्यक्रम की शुरुआत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों को अपने क्षेत्र में सफल लोगों द्वारा करियर विकल्पों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाना है. इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'Desh ke Mentor' बन कर आप राष्ट्र निर्माण का सबसे बड़ा काम कर रहे हैं. अगर आप Mentorship कार्यक्रम के जरिए कुछ बच्चों को तैयार कर लेते हैं तो आपने भी राष्ट्र निर्माण की दिशा में अपनी तरफ से उस दीवार में एक ईंट लगा दी.
कार्यक्रम के दौरान ओलंपिक विजेता रवि दहिया मेंटर की महत्व के बारे में बताया कि मेहनत तो सब करते हैं, लेकिन ऊंचे लेवल तक बहुत कम लोग पहुंच पाते हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि सभी युवाओं से मेरी अपील है कि वह एक मेंटर के तौर पर बच्चों के साथ जरूर जुड़ें और उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाने में उनकी मदद करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में दो लाख 80 हजार निजी स्कूल के बच्चों ने सरकारी स्कूल को चुना है. लिहाजा स्कूल में ही हमारे बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन मिले तो वो दुनिया जीत सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि हम बच्चों को नौकरी ढूंढने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बना रहे हैं.
इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों को अपने-अपने क्षेत्रों में सफल नागरिकों द्वारा करियर विकल्पों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा. 'Desh ke Mentor' कार्यक्रम में एक से दसवीं तक के सरकारी स्कूल के छात्रों को "गोद लेने" की आवश्यकता होती है, जिन्हें अपने संबंधित क्षेत्रों में सफल नागरिकों द्वारा सलाह दी जा सकती है. मेंटर्स हर हफ्ते छात्रों को फोन पर मार्गदर्शन करने के लिए 10 मिनट का समय निकालेंगे. इच्छुक नागरिक पहल के तहत शहर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले एक से 10वीं क्लास के बच्चों को गोद ले सकते हैं.
केजरीवाल ने लॉन्च के मौके पर कहा, "अगर हमारे छात्रों को सही मार्गदर्शन मिलता है, तो वे जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं. हमने इस कार्यक्रम को शुरू किया है ताकि उन्हें भविष्य का रास्ता तय करने में मदद मिल सके. दिल्ली सरकार ने अगस्त में घोषणा की थी कि बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद मेंटर्स प्रोग्राम के ब्रांड एंबेसडर होंगे.
HIGHLIGHTS
- कार्यक्रम का उद्देश्य विकल्पों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाना है
- सरकारी स्कूलों के छात्रों को अपने क्षेत्र में सफल लोग करेंगे मार्गदर्शन
- सीएम ने कहा, बच्चों को नौकरी ढूंढने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बना रहे