दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत शराब के नए ठेके खोले जाने का दिल्ली देहात के गांवों में भारी विरोध हो रहा है. इसे लेकर बीते दिनों मंगोलपुरी कलां और पालम में दो बड़ी पंचायतें भी हो चुकी हैं. इस बारे में उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा है कि तीन बार अल्टीमेटम देने के बावजूद भी दिल्ली सरकार ने अब तक अपनी नई आबकारी नीति के तहत हमारे गांव और कॉलोनियों में शराब के नए ठेके खोलने का फैसला वापस नहीं लिया है. इससे जन आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है.
चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी का कहना है कि हमारी सामाजिक पंचायतों का साफ संदेश है कि हम किसी भी हाल में अपने गांव में शराब के नए ठेके नहीं खुलने देंगे. हम दिल्ली सरकार से बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि जल्द से जल्द शराब के नए ठेके खोलने के फैसले को वापस लिया जाए. इसके विरोध में कई गांवों में हमारी पंचायतें भी हो रही हैं, आगे भी बड़ी पंचायत बुलाने की तैयारी की जा रही है. अगर 31 दिसंबर तक दिल्ली सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है, तो हम मुख्यमंत्री के घर के बाहर ही अपना हुक्का पानी लेकर धरने पर बैठ जाएंगे और वहीं पंचायत करेंगे. इसके बाद यदि कानून व्यवस्था की समस्या होती है तो इसकी जिम्मेदारी दिल्ली के मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार की होगी.
Source : MOHIT RAJ DUBEY