राजधानी के कुछ हिस्सों में गुरुवार की रात तेज बारिश हुई, जिससे दिल्ली शुक्रवार तक सितंबर की बारिश का अपना पूर्व का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. शहर में इस बार दक्षिण-पश्चिम-मानसून की वापसी में कम से कम दो सप्ताह की देरी होने की उम्मीद है. मौसम अधिकारियों ने अक्टूबर के पहले सप्ताह तक भी बारिश जारी रहने का अनुमान लगाया है. गुरुवार को रात साढ़े आठ बजे तक सफदरजंग में 'ट्रेस' (बहुत कम मात्रा में वर्षा ) बारिश दर्ज की गई थी. मौसम अधिकारियों ने कहा कि इस माह में दक्षिण, मध्य, उत्तरी और पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में जो बारिश हुई, वह दिल्ली को 1944 के अब तक के 417.3 मिमी के रिकॉर्ड के करीब लाएगी. दिल्ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की सामान्य तारीख 25 सितंबर है. हाल ही में तारीख को संशोधित किया गया है, 21 सितंबर को 2020 से पहले की सामान्य वापसी की तारीख के रूप में माना गया है.
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आईएमडी के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी अभी बाकी है, भारतीय मौसम विज्ञान अभी भी वापसी की प्रतीक्षा कर रहा है ताकि शेष उत्तर भारत से वापसी की भविष्यवाणी की जा सके. एक बार जब यह शुरू हो जाता है, तो हम और अधिक सटीक रूप से बता पाएंगे कि दिल्ली-एनसीआर के अन्य हिस्सों में भी मानसून की वापसी कब हो सकती है. हालांकि, दिल्ली में अगले दो सप्ताह तक इसके देखने की संभावना नहीं है. हालांकि अक्टूबर की शुरुआत में बारिश की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान ने गुरुवार रात 8:50 बजे जारी एक अलर्ट में कहा कि दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में रात के बाद हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. सफदरजंग में गुरुवार रात 8.30 बजे तक सितंबर में 408.3 मिमी बारिश हुई थी, जो अब तक के रिकॉर्ड से 10 मिमी कम है. इस बीच, शुक्रवार के पूर्वानुमान से पता चला है कि राजधानी भर में हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है, अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
HIGHLIGHTS
- यदि शुकवार को बारिश हुई तो पूर्व का रिकॉर्ड तोड़ सकती है दिल्ली
- अक्टूबर के पहले सप्ताह तक भी भारी बारिश का अनुमान
- दक्षिण-पश्चिम-मानसून की वापसी में दो सप्ताह देरी की उम्मीद