दिल्ली में निचली अदालतों में चल रही वकीलों की हड़ताल शुक्रवार को खत्म हो गई. आपको बता दें कि वकीलों की ये हड़ताल 3 नवंबर से जारी थी. दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में 3 नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच खूनी हिंसक झड़प हुई थी. मामला इतना बढ़ गया था कि पुलिस ने गोलियां चला दीं, जिससे कई वकील बुरी तरह घायल हो गए. इससे भड़के वकीलों ने पुलिस जिप्सी के साथ-साथ कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस जबरदस्त झड़प में वकीलों ने पुलिस के कुछ अफसरों की पिटाई कर दी. कोर्ट परिसर में पुलिस और वकीलों में बीच बढ़ते विवाद को देखकर लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई.
आपको बता दें कि इस घटना की शुरुआत तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप से हुई थी, जब एक वकील (सुरेंद्र वर्मा) को थर्ड बटालियन के पुलिसकर्मी ने अंदर जाने से रोक दिया. इसके बाद कहासुनी और गहमागहमी के बाद विवाद बढ़ता चला गया. जानकारी के अनुसार, सुरेंद्र वर्मा नाम के वकील को गोली लगी थी और यह गोली पुलिस ने चलाई गई थी. बता दें कि मुलजिम को पेश करने के बाद एक पुलिसकर्मी वापस लौट रहा था. इसी दौरान वकील सुरेंद्र उसी मुलजिम से बात करते हुए लॉकअप तक जा पहुंचे. पुलिसकर्मी ने वकील को रोका और कहा कि यहां आने की अनुमति नहीं है. इसके बाद थोड़ी धक्का-मुक्की हुई और फिर कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि इधर से वकील और उधर से और पुलिसकर्मी आने लगे. इस दौरान असलाधारी पुलिसकर्मी से गोली चली और वकील सुरेंद्र घायल हो गए. पुलिस सूत्र का कहना है इस गहमागहमी में उत्तर प्रदेश पुलिस का एक मुलजिम भी हाथ से छूट गया जो पेशी के लिए आया हुआ था, वो फरार हो गया.
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फिलहाल, तीस हजारी के सभी गेट पुलिस ने बंद कर दिए हैं. किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. साथ ही कोर्ट का काम भी ठप हो गया है. सभी वकील कोर्ट रूम को छोड़कर तीस हजारी कॉम्प्लेक्स में एकत्रित हो गए हैं. तीस हजारी में कोई कोर्ट नहीं चल पा रही है. घटनास्थल पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं. तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प में न सिर्फ पुलिस जिप्सी को जला दिया गया, बल्कि कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया. फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है. इस वक्त तीस हजारी कोर्ट में इलेक्शन का माहौल चल रहा है, लिहाजा वकीलों की काफी गहमागहमी के बीच पुलिस से झड़प का मामला वक्त के साथ बढ़ता ही गया.
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वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा था कि फायरिंग जैसी बात सामने नहीं आई है, पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है और बवाल रोकने की कोशिश की गईं. इसके तीस हजारी के सभी गेट पुलिस ने बंद कर दिए गए. किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया गया. कोर्ट कैंपस में पुलिस और वकीलों में बीच बढ़ते विवाद को देखकर लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई. वहां मौजूद लोग वीडियो बनाने लगे तो उनके मोबाइल से वीडियो भी डिलीट कराए गए.