दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शनिवार को अपनी बीमार पत्नी सुनीता से मिले. राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 7 घंटे के लिए मिलने की अनुमति दे थी. सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक वह मथुरा रोड स्थित अपने आवास पर पुलिसबलों की मौजूदगी में पत्नी से मुलाकात की. छोटी दिवाली पर मनीष सिसोदिया ने अपनी पत्नी के साथ कुछ समय बिताए. इस दौरान उन्होंने अपने घर में दीये जलाए. मुलाकात के बाद शाम को जब वह जेल के रवाना हुए थे. तो उनकी पत्नी उन्हें गले लगाकार भावुक हो गईं. बीमार पत्नी को गले लग भावुक हुए मनीष सिसोदिया की फोटो वायरल हो रही है. आप के कई नेताओं ने इन भावुक फोटो पर कमेंट किया. इस सिलसिले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वायरल फोटो पर कमेंट किया. केजरीवाल ने X (पहले ट्विटर) कर पूछा, "ऐसा शख़्स जिसने देश के गरीब बच्चों को एक उम्मीद दी, क्या उसके साथ ऐसा अन्याय सही है?"
ये तस्वीर बेहद पीड़ादायी है।
ऐसा शख़्स जिसने देश के गरीब बच्चों को एक उम्मीद दी, क्या उसके साथ ऐसा अन्याय सही है? pic.twitter.com/Zjtt0lfpwG
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 11, 2023
बता दें कि मनीष सिसोदिया ने कोर्ट में आवेदन दिया था कि उनकी पत्नी मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित हैं और उनसे मिलना चाहते हैं. इस पर कोर्ट ने उन्हें सशर्त कुछ समय के लिए मिलने की इजाजत दी थी. कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि मुलाकात के दौरान सिसोदिया किसी मीडिया से बात नहीं करेंगे. और ना ही कोई राजनीतिक बैठक या राजनीतिक भाषण में हिस्सा लेंगे. मनीष सिसोदिया इससे पहले जून में अपनी पत्नी से मिले थे.
जेल में बंद हैं मनीष सिसोदिया
दरअसल, दिल्ली में कथित शराब घोटाला नीति मामले में मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं. 27 फरवरी को सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था. उसके बाद मार्च में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया था.
मनीष सिसोदिया पर करोड़ों रुपये की लेनदेन का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाले के मामले में मनीष सिसोदिया, अमनदीप सिंह ढल्ल, गौतम मल्होत्रा , राजेश जोशी और अन्य की 52.24 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. इसमें मनीष और उनकी पत्नी की 2 संपत्तियां और उनका 11 लाख रुपये का बैंक बैलेंस भी है. दिल्ली सरकार ने साल 2021 में नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी. केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति को लेकर दावा किया था कि इससे सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी और माफिया राज खत्म होगा. इधर ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया. शीर्ष अदालत ने भी माना था जांच एजेंसियों ने 338 करोड़ रुपये के लेन देन हुई है. सिसोदिया और आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा था. क्योंकि आम आदमी पार्टी ने दावा किया था इस मामले में पैसे का कोई लेन-देन नहीं हुआ है.
Source : News Nation Bureau