दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने 100 करोड़ वैक्सीन (Corona Vaccine) का लक्ष्य पूरा होने पर बड़ा बयान जारी किया है. उन्होंने केंद्र सरकार (Central Government) पर तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार विदेशों में वाहवाही लूटने के लिए वैक्सीन बाहर न भेजती तो 100 करोड़ का लक्ष्य 6 महीने पहले ही हासिल हो जाता. 100 करोड़ वैक्सीन लगाने पर देश के हेल्थ केयर वर्कर्स, डॉक्टर्स और सभी लोगों को बधाई, लेकिन सवाल यह है कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से 6 महीने की देरी क्यों हुई?
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आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन में भारत ने इतिहास रच दिया है. देश में 100 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुकी है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन के आंकड़े को 130 करोड़ भारतीयों की सफलता बताते हुए कहा कि यह महज एक आंकड़ा भर नहीं है बल्कि नए भारत के सामर्थ्य का प्रतीक है. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों से मास्क को अपनी आदत में शामिल करने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, लड़ाई अभी जारी है.
वहीं, कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा था कि देश के डॉक्टरों का कृतज्ञ जिनकी वजह से 100 करोड़ डोज लगी, लेकिन आज एक बार फिर सरकार जिम्मेदारी से हटकर जश्न मना रही है, मोदी सरकार ये जान ले कि जश्न मनाने से जख्म नहीं भर जाते हैं. जवाबदेही सुनिश्चित करने का वक़्त आ गया है. पीएम मोदी और भाजपा सरकार महत्वपूर्ण पहलुओं पर जवाब दें.
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उन्होंने कहा था कि 74 करोड़ भारतीयों को कब 106 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगेगी? देश की कुल जनसंख्या 148 करोड़ है, उसमें 93 करोड़ 65 साल उम्र के हैं और 10 करोड़ 65 से ऊपर. सरकार के आंकड़े के मुताबिक 29 करोड़ को दोनों डोज लग चुके हैं. 42 करोड़ वयस्क को एक टीका लगा है. इसका मतलब ये हुआ कि 103 करोड़ में से 32 करोड़ वयस्क ऐसे हैं जिन्हें एक भी डोज नहीं लगा है.
Source : News Nation Bureau