राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि स्थिति के बुधवार तक ऐसी बने रहने पर वह शहर में शीत लहर चलने की घोषणा कर देगा. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि नवम्बर माह में मौसम के पिछले चार-पांच साल की तुलना में सबसे ठंडा रहने की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में तापमान हिमाचल प्रदेश के डलहौजी (10.9 डिग्री सेल्सियस), धर्मशाला (10.6 डिग्री सेल्सियस) तथा मंडी (10.2 डिग्री सेल्सियस) और उत्तराखंड के मसूरी (10.4 डिग्री सेल्सियस) से कम रहा.
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शिमला और उत्तराखंड के नैनीताल में 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तापमान
वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला और उत्तराखंड के नैनीताल में भी तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रही. अगले चार से पांच दिन तक यही स्थिति रहने की संभावना है. आईएमडी ने अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान के सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होकर 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहने के साथ ही शीत लहर चलने का पूर्वानुमान लगाया है. श्रीवास्तव ने कहा कि बुधवार को भी यहीं स्थिति बनी रही तो हम दिल्ली में शीत लहर की घोषणा करेंगे.
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दिल्ली में निम्न न्यूनतम तापमान का यह दौर बादलों की गैरमौजूदगी के चलते है. बादल लौट रही कुछ ‘इंफ्रारेड’ विकिरणों को सोख लेते हैं और उन्हें वापस धरती पर भेजे देते हैं, जिससे धरातल गर्म रहता है. श्रीवास्तव ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में पिछले तीन-चार दिनों में बर्फबारी हुई है, इसलिए उस क्षेत्र की ठंडी हवा का दिल्ली के मौसम पर असर पड़ रहा है. दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. आईएमडी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अक्टूबर का महीना पिछले 58 साल में सबसे अधिक ठंडा था.