पश्चिमी दिल्ली के रघुबीर नगर में एक किशोर और उसके दो दोस्तों ने 25 वर्षीय युवक की इसलिए छुरा घोंपकर कथित तौर पर हत्या कर दी, क्योंकि उसने उन्हें मोटरसाइकिल से करतब नहीं करने की सलाह दी थी. पुलिस ने सोमवार को बताया कि मृतक की पहचान रघुबीर नगर निवासी मनीष के तौर पर हुई है. वह निजी कार चालक के तौर पर काम करता था. पुलिस ने बताया कि तीनों हत्या आरोपी नाबालिग (17 साल के) हैं और उन्हें पकड़ लिया गया है. उन्होंने बताया कि यह घटना आठ जुलाई को हुई थी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी. एक फुटेज में मुख्य आरोपी अपने दोस्तों के साथ रघुबीर नगर की भीड़-भाड़ वाली सड़क पर युवक के शरीर पर चाकू से कई बार वार करते दिख रहा है. एक दोस्त ने जब उसे वहां से ले जाने की कोशिश की, तो वह व्यक्ति पर वार करने के लिए फिर से आया.”
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पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दीपक पुरोहित ने बताया कि ख्याला पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खुफिया जानकारी की मदद से तीनों फरार किशोरों की पहचान कर उन्हें पकड़ लिया गया है. उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया गया है.
अधिकारी ने बताया, “हमें आठ जुलाई को डीडीयू अस्पताल में एक अज्ञात व्यक्ति को भर्ती कराए जाने की सूचना मिली, जिसकी मौत हो चुकी थी. पुलिसकर्मियों के अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि उसके शरीर पर चाकू के कई घाव थे. बाद में, उसकी पहचान मनीष के तौर पर हुई.”
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मृतक के शरीर पर 28 घाव थे, जिनमें से अधिकतर वार उसके सीने पर किए गए थे. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी मोटरसाइकिल से करतब दिखाता था, जिसे लेकर मृतक ने उसे चेतावनी दी थी. इसी का बदला लेने के लिए हत्या को अंजाम दिया गया.
मनीष की दो बेटी और एक बेटा
मनीष मेहता चौक पर प्राइवेट गाड़ी चलाता था. वह शादीशुदा है और दो लड़कियां और एक लड़का है. उसके घर से कुछ दूरी पर आरोपी लड़के रहते हैं. मनीष के भाई ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी गलियों में तेज बाइक दौड़ आता था जिसका मनीष ने विरोध किया था. मनीष ने डेढ़ महीने पहले उसको डांटा था.
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तब मुख्य आरोपी के परिवार वाले उनके घर झगड़ा करने आए थे और धमकी देकर गए थे. 8 जुलाई की रात 8:00 बजे मनीष जनरल स्टोर पर खड़ा था. तभी आरोपियों ने हाथापाई शुरू कर दी. उसका भाई बचाने के लिए दौड़ा तो चाकू दिखाकर उसे दूर रहने का इशारा किया. उसके बाद मनीष पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करते रहे. अर्जुन मदद लेने के लिए भागा लेकिन जब तक लौटकर आया मनीष की मौत हो चुकी थी.
Source : Bhasha/News Nation Bureau