देश-दुनिया में भले ही बेटे-बेटी की समानता की बात की जाती है, लेकिन आज भी हमारा समाज रूढ़िवादी सोच से पीड़ित है. आज भी कई घर ऐसे हैं, जहां बेटी के जन्म होने पर लोगों में निराशा देखी जाती है तो वहीं बेटे के जन्म के लिए मन्नतें मांगी जाती है. एक ऐसी ही हैरान कर देने वाली घटना राजधानी दिल्ली से आई है, जहां सिर्फ 6 दिन की नवजात बच्ची की सिर्फ बेटे की चाह में जान ले ली गई. 6 दिन की नवजात की जान खुद उसको जन्म देने वाली मां ने ले ली और इतना ही नहीं उसकी गला घोंट कर पहले हत्या कर दी. फिर उसके शव को बैग में डालकर पड़ोसी की छत पर फेंक दिया. इस घटना ने मां की ममता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. कैसे कोई मां अपनी ही नवजात की जान ले सकती है?
6 दिन की बच्ची की मां ने ले ली जान
पुलिस की मानें तो पुलिस के पास कॉल आया कि घर से बच्ची गायब हो गई है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसने पूछताछ शुरू की. पूछताछ में नवजात की मां ने बताया कि रात के 2.30 बजे के करीब उसने बच्ची को उठकर दूध पिलाया और फिर उसे अपने पास रखकर सो गई. जब सुबह 4.30 बजे नींद खुली तो देखा कि बच्ची बगल में नहीं है. पूरे घर में पहले बच्ची की तलाशी की गई, लेकिन जब बच्ची नहीं मिली तो 5.30 बजे पीसीआर को कॉल किया गया.
शव को बैग में भर पड़ोसी की छत पर फेंका
वहीं, महिला ने बताया कि बीती रात ही उसे अस्पताल से छुट्टी मिली थी. जिसके बाद वह अपने मायके लौट आई थी. महिला की शिकायत दर्ज करते हुए पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आसपास के घरों की तलाशी की और साथ ही इलाके में मौजूद सीसीटीवी फुटेज को खंगालने लगी. इस दौरान नवजात की मां ने डीसीपी से कहा कि उसे अपने टांके कटवाने के लिए अस्पताल जाना है. पहले तो पुलिस को महिला पर संदेह हुआ, लेकिन उसकी स्थिति को देखते हुए उसे अस्पताल जाने की अनुमति दे दी.
चौथी बार बेटी हुई तो ले ली जान
इस दौरान पुलिस को महिला के पड़ोसी के घर से एक बैग मिला. उस बैग में बच्ची मिली. जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, जब पुलिस ने सख्ती से महिला से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि वह इसकी चौथी बेटी थी. बार-बार बेटी होने की वजह से उसे सभी ताने देते थे. जिस वजह से उसने नवजात की गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले भी महिला की दो बेटी की मौत हो चुकी है.