दिल्ली के मुंडका में इमारत में लगी आग के बयालीस दिन बीत गए है, लेकिन अभी तक सभी शवों की पहचान नहीं हो सकी है. अब शरीर के अवशेष के परिवार वालों से डीएनए के मिलान होने के बाद 4 और शवों की शिनाख्त हो गई है. इनको मिलाकर अब तक कुल 26 शवों की पहचान कर ली गई है. लेकिन अभी भी एक शव लावारिस है, क्योंकि उसकी पहचान ही नहीं हो पाई है. बता दें कि 13 मई को मुंडका में एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी. इस इमारत में सीसीटीवी कैमरा बनाने की फैक्ट्री में काम करने वाले 27 लोगों के शव इमारत से मिले थे, जिनकी आग में झुलसकर मौत हो गई थी.
चार और परिवारों को सौंपे गए शव
पुलिस को फोरेंसिक लैब से चार लोगों की डीएनए प्रोफाइल की रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक चार लोगों सोनी कुमारी, मोनिका, रंजू देवी और प्रवीण के शव का डीएनए सैंपल उसके परिवार के लोगों के डीएनए प्रोफाइल से मैच हो गया. इसकी जानकारी इन चारों के परिवारों तुरंत दी गई थी, जिसके बाद उनके शवों को परिवार वालों के हवाले कर दिया गया.
ये भी पढ़ें: अग्निपथ योजना: बिहार विधानसभा परिसर में विपक्षी विधायकों का हंगामा
डीएनए मैच कराने में आ रही दिक्कतें
पुलिस के मुताबिक, डीएनए प्रोफाइल मैच करवाने की प्रक्रिया में खासी मशक्कत करनी पड़ी है. अग्निकांड में मृतक रंजू देवी का डीएनए प्रोफाइल उनके परिवार वालों के डीएनए प्रोफाइल से मैच नहीं हो पाया था. जिसके बाद पुलिस ने दोबारा परिवार के सदस्यों का ब्लड सैंपल लैब भेजा था और नई रिपोर्ट के मुताबिक रंजू देवी का डीएनए प्रोफाइल उसके परिवार के डीएनए प्रोफाइल से मिल गया. हालांकि मुंडका इमारत में लगी आग में मारे गए एक मृतक का शव अभी भी मोर्चरी में रखा है. इस शव की शिनाख्त करने की कोशिश पुलिस कर रही है.
HIGHLIGHTS
- मुंडका अग्निकांड के 42 दिन बीते
- अब तक नहीं हो सकी सभी परिवारों की पहचान
- चार शवों की पहचान, अब भी एक शव लावारिस