जामा मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान खुत्बा पढ़ते वक्त शाही इमाम बुखारी फूट फूटकर रोते नजर आए. जिस जामा मस्जिद में कभी हजारों की भीड़ होती थी वहां इस शुक्रवार अलविदा जुमे की नमाज के दौरान कुछ लोग ही नजर आए. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया गया. कोरोना लॉकडाउन के चलते कुछ गिने-चुने लोग ही वहां नमाज अदा कर पाए. शाही इमाम ने वहां नमाजियों के साथ नमाज के बाद कोरोना वायरस से निजात के लिए और दुनिया की बेहतरी के लिए दुआ भी मांगी.
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हजारों की होती थी भीड़
अलविदा जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद में चालीस से पचास हजार लोग जमा होते थे. इस शुक्रवार मस्जिद के आसपास के बाजार भी बंद रहे. दिल्ली सरकार ने सुबह सात से शाम सात बजे तक दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी है लेकिन अहतियातन पुलिस ने दोपहर तीन के बाद ही दुकानें खोलने की इजाजत दी.
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दिल्ली ही नहीं बाकी जगहों पर भी इसी तरह का नजारा देखने को मिला. लोग मस्जिदों में लॉकडाउन-4 का पालन करते नजर आए. मुस्लिम बहुल इलाकों में पुलिस गश्त करती नजर आई. जिन सार्वजनिक इलाकों में पहले नमाज अदा की जाती थी वहां पुलिस पहरा देती नजर आई. गाजियाबाद पुलिस के अनुसार पुलिस अधीक्षकों और एसडीएम की ड्यूटी ऐसे संवेदनशील जगहों पर लगायी गयी थी जहां नियमों का उल्लंघन होने की आशंका थी.
Source : News Nation Bureau