निर्भया के गुनहगारों को कुछ और दिन सांसों की मोहलत मिल गई है. निर्भया गैंग रेप मामले के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जाएगी. इधर तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया है. यहां उन्हें अलग-अलग सेल में रखा गया है.
पहले दोषी अक्षय और मुकेश जेल नंबर 2 में थे और दोषी पवन को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल नंबर 2 में शिफ्ट किया गया था. जबकि विनय पहले जेल नंबर 4 में था. अब चारों गुनहगारों को जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया है. जेल नंबर 3 में फांसी की कोठरी भी है.
गुरुवार को निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने कहा कि हम फिलहाल फांसी की तारीख नहीं बढ़ा रहे हैं. कोर्ट ने आगे कहा कि हम तो जेल प्रशासन से रिपोर्ट मांग रहे हैं. जेल प्रशासन ने कोर्ट को पूरी जानकारी नहीं दी है. जेल प्रशासन को कोर्ट के सामने पूरी जानकारी रखनी चाहिए थी.
इधर, दिल्ली के उपराज्यपाल ने बहुचर्चित निर्भया मामले के अभियुक्तों में से एक की दया याचिका खारिज करने की गृह मंत्रालय से सिफारिश की है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय को उपराज्यपाल से दया याचिका मिल गयी है जिसमें उन्होंने इसे नामंजूर करने की सिफारिश की है. याचिका पर गौर किया जा रहा है और जल्दी ही उचित फैसला किया जाएगा.
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इस मामले के चार अभियुक्तों सिंह (32), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) को 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी दिया जाना तय हुआ है.