दिल्ली की एक अदालत ने 2012 के निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले को यह तय करने के लिए किसी अन्य न्यायाधीश के पास स्थानांतरित कर दिया है कि दोषियों को दी गई सजा के अमल में तेजी लाने के तिहाड़ जेल अधिकारियों को निर्देश दिये जाएं. जिला न्यायाधीश यशवंत कुमार ने इस संबंध में पीड़िता के अभिभावक के एक आवेदन पर इस मामले को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश अरोड़ा के पास भेज दिया, जो इस मामले पर 28 नवम्बर को सुनवाई करेंगे.
आवेदकों ने कहा था कि इस मामले की सुनवाई कर रहे दो न्यायाधीशों का स्थानांतरण हो चुका है और मामले को लगातार स्थगित किया जा रहा है. यौन उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई के लिए पटियाला हाउस अदालत में गठित की गई विशेष त्वरित अदालत में अब तक किसी भी न्यायाधीश की नियुक्ति नहीं की गई है.
पिछले वर्ष दिसम्बर में निर्भया के अभिभावक ने मामले में सभी चारों दोषियों को फांसी देने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अदालत का रूख किया था. गौरतलब है कि 16 दिसम्बर, 2012 को एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था और बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी.
Source : Bhasha