नए साल की शुरूआत निर्भया केस में इंसाफ के रास्ते को और करीब ले आई है. दोषियों के लिए एक तरफ तिहाड़ जेल में फांसी का फंदा तैयार है तो दूसरी तरफ सभी कानूनी विकल्प भी अब खत्म हो चुके हैं. 7 जनवरी को निर्भया मामले में दोषियों को फांसी की सजा दिलाए जाने के इंतजार का आखिरी दिन हो सकता है. अदालत 7 जनवरी को दोषियों का डेथ वारंट जारी कर सकता है.
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अभियोजन पक्ष के वकील राजीव मोहन के मुताबिक दोषियों को अपनी सजा के खिलाफ अपील या राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने का पर्याप्त समय दिया जा चुका है. अब इस मामले में दोषियों के पास अपनी सजा को माफ कराने के विकल्प खत्म हो चुके हैं. राजीव मोहन के मुताबिक अब अदालत बिना किसी अड़चन के चारों दोषियों के नाम डेथ वारंट जारी कर सकती है. दोषियों की ओर से कोई अपील भी किसी अदालत में लंबित नहीं है, ऐसे में अदालत के सामने भी किसी प्रकार की समस्या नहीं है.
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राष्ट्रपति के पास दया याचिका की अवधि हुई पूरी
राजीव मोहन ने बताया कि राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने के लिए दी गई अवधि भी पूरी हो चुकी है. ऐसे में कोर्ट 7 जनवरी को उन्हें फांसी पर चढ़ाने का वारंट जारी कर सकती है. ऐसी भी खबरें आई थी कि दोषी क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर कर सकते हैं. जानकारों का कहना है कि क्यूरेटिव पिटीशन डेथ वारंट जारी होने के बाद भी दायर की जा सकता है तो अब यह तय माना जा रहा है निर्भया मामले में 7 साल का इंतजार जल्द खत्म हो सकता है.
HIGHLIGHTS
- निर्भया के केस के दोषियों को सभी कानूनी विकल्पों के लिए पर्याप्त समय दिया जा चुका है
- तिहाड़ जेल में दोषियों के लिए फंदा तैयार होने के साथ सभी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है
- दोषियों की राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने के लिए दी गई अवधि भी पूरी हो चुकी है
Source : News Nation Bureau