नोएडा के निठारी कांड का आरोपी मोनिंदर पंढेर जेल से रिहा हुआ. मोनिंदर पंढेर लुक्सर जेल में बंद था. निठारी में डी5 नंबर की पंढेर की कोठी के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. जून 2023 में उसे गाजियाबाद की डासना जेल से लुक्सर जेल में शिफ्ट किया गया था. बीमार होने के चलते उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था.
बता दें कि पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निठारी नरसंहार में सीबीआई कोर्ट के फैसले को बदलते हुए सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर को दोषमुक्त कर दिया. कोर्ट ने सबूतों और गवाहों के अभाव में नरपिशाच मोनिंदर सिंह पंढेर को दोष मुक्त कर दिया.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि जांच एजेंसियों ने अंग व्यापार जैसे गंभीर पहुलाओं की जांच किए बिना एक गरीब नौकर को तस्कर के तौर पर पेश किया और उसे फंसाने का आसान तरीका चुना. यह चूक मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है.कोर्ट ने यह भी कहा कि आरोपी अपीलकर्ताओं की निचली अदालत से स्पष्ट रूप से निष्पक्ष सुनवाई का मौका नहीं मिला.
सीबीआई कोर्ट ने पंढेर और कोली को सुनाई थी फांसी की सजा
बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत ने 13 फरवरी 2009 को दुष्कर्म और हत्या का दोषी मानकर मोनिंदर पंढेर और कोली को फांसी की सजा सुनाई थी, पंढेर और कोली पर 18 मासूमों और एक महिला से दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप है. इस मामले अदालत में पहला केस 8 फरवरी, 2005 को दर्ज किया गया था.
Source : News Nation Bureau