मंडोली जेल में बंद निर्भया केस के एक दोषी पवन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. अक्षय और मुकेश पहले से तिहाड़ के जेल नंबर 2 में बंद हैं, जबकि विनय शर्मा तिहाड़ के जेल नंबर 4 में बंद है. अब राष्ट्रपति जैसे ही मर्सी पिटीशन खारिज करेंगे, 15वें दिन दोषियों को सूली पर चढ़ा दिया जाएगा. राष्ट्पति के आदेश और फांसी देने में 14 दिन का अंतर होता है. इस बीच में कोर्ट से मृत्युदंड का ब्लैक वारंट यानी डेथ वारंट जारी कराने की प्रक्रिया की जाएगी. विनय के अलावा किसी अन्य दोषी ने दया याचिका नहीं डाली है. अब अगर बाकी दोषियों के वकील दया याचिका लगाते हैं तो यह कोर्ट पर निर्भर करता है कि वह क्या फैसला देगा. एक बात साफ है सभी चारों दोषियों अक्षय, पवन, मुकेश, विनय सभी का डेथ वारन्ट एक साथ जारी किया जाएगा.
यह भी पढ़ें : बम धमाके में बाल-बाल बचा मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा, पाकिस्तान ने रॉ पर लगाया आरोप
दूसरी ओर, पटियाला हाउस कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 13 दिसंबर की लगी है. कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान दोषियों को नोटिस जारी कर पूछा था कि वह कोई अर्जी लगाना चाहते हैं या नहीं.
तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि तिहाड़ की जेल नंबर तीन का फांसी घर हमेशा तैयार रखा जाता है. जेल प्रशासन ने यह भी कहा, निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए रस्सियों का आर्डर करने की मीडिया में आई खबरें निराधार हैं. क्योंकि जब तक ब्लैक वारंट नहीं होता, तब तक रस्सियों का ऑर्डर नहीं किया जाता है.
यह भी पढ़ें : नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 : अमेरिकी आयोग ने गृह मंत्री अमित शाह पर प्रतिबंध लगाने की मांग की
वहीं, तिहाड़ जेल के विश्वसनीय सूत्रों ने बताया, दोषियों को 16 दिसंबर को ही फांसी पर लटकाया जाएगा, जिस तारीख को यह वारदात हुई थी. इसलिए जल्द से जल्द पूरी प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश की जा रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो