कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड जीत मिलने के बाद विपक्षी एकता को लेकर कवायद तेज हो गई. इसी कड़ी में उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की है. मुलाकात के दौरान शिवसेना यूबीटी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी साथ नजर आईं. वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे. शिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और केजरीवाल की मुलाकात के बाद सियासी माहौल गर्म होने लगा है. मुलाकात को 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्षी एकता की मुहिम को धार देने के तौर पर देखा जा रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि 2024 के आम चुनाव की बिसात बिछनी शुरू हो चुकी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा की गई है. करीब 1 घंटे तक दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है.
राघव और परिणीती की पार्टी में दिखे थे आदित्य ठाकरे
दरअसल, आदित्य ठाकरे राघव चड्ढा और परिणीती चौपड़ा की रिंग सेरमनी में शामिल हुए थे. आदित्य ठाकरे को शनिवार की शाम दिल्ली के कपूरथला हाउस में परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की इंगेजमेंट पार्टी में देखा गया था. इस कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल भी पूरे परिवार के साथ मौजूद थे. यहां पर भी आदित्य ठाकरे केजरीवाल से मिले थे. इसकी अगली सुबह आदित्य ठाकरे उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकात की और राजनीतिक हालात पर बातचीत की.
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विपक्षी एकता की मुहिम को आगे बढ़ाने की तैयारी शुरू
सियासी गलियारों में चर्चा है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर ना पार्टी खुश है, बल्कि अन्य विपक्षी दलों को भी अगले साल होने वाले आम चुनाव में मोदी को घेरने का अच्छा मौका मिला है. इसी कड़ी में विपक्षी दलों के नेता एक दूसरे से मिल रहे हैं. कर्नाटक चुनाव के परिणाम आने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात की थी. नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ भी भेंट कर विपक्षी एकता की मुहिम को आगे बढ़ाने पर रणनीति बनाई है.