कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद दिल्ली के अस्पतालों की स्थिति लगातार बेकाबू होती जा रहा है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है. खई अस्पताल ऐसे हैं जहां कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन बाकी है. कभी भी मरीजों को जान पर बन सकती है. दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत और लगातार बढ़ते कोरोना केस को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच बैठक जारी है. हालात इसलिए भी चिंताजनक बने हुए हैं कि दिल्ली में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है.
दिल्ली के बड़े अस्पतालों में 21 अप्रैल सुबह 8 बजे ऑक्सीजन की स्थिति (इतने घंटे की ऑक्सीजन बची)
दिल्ली सरकार के अस्पताल
- आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल- 9 घंटे
- अंबेडकर नगर हॉस्पिटल- 24 घंटे
- बुराड़ी हॉस्पिटल- 10 घंटे
- दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल
- 24 घंटे - डॉ बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल- 10 घंटे
- गुरु तेग बहादुर अस्पताल- 9 घंटे
- लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल- 12 घंटे
- राजीव गांधी हॉस्पिटल- 11 घंटे
- संजय गांधी हॉस्पिटल- 3 घंटे
बड़े प्राइवेट अस्पताल
- बत्रा हॉस्पिटल, तुगलकाबाद- 9 घंटे
- बीएल कपूर हॉस्पिटल, पूसा रोड- 48 घंटे
- होली फैमिली हॉस्पिटल, ओखला- 9 घंटे
- इंद्रप्रस्थ अपोलो - 12 से 14 घंटे
- महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल- 24 घंटे
- मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज - 20 घंटे
- वेंकटेश्वर हॉस्पिटल- 5.5 घंटे
- श्री बालाजी एक्शन हॉस्पिटल- 36 घंटे
-सेंट स्टीफन हॉस्पिटल- 12 से 15 घंटे
- मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग - 9 घंटे
- गंगाराम हॉस्पिटल- 24 घंटे
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में कोरोना संकट से हाहाकार
- कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी
- केंद्र और राज्य इस मुद्दे पर आमने-सामने